गढ़वा : जिप के कार्यकारी अध्यक्ष सत्यनारायण यादव की अध्यक्षता में गुरुवार को जिला परिषद की बैठक समाहरणालय स्थित प्रशिक्षण केंद्र भवन में हुई. बैठक में 13वें वित्त आयोग, बीआरजीएफ की शेष पड़ी राशि को खर्च करने के लिए संबंधित योजनाओं का प्रस्ताव पारित किया गया. इनमें 13वें वित्त आयोग की राशि से जिला परिषद की भूमि पर दुकान बनाने का निर्णय लिया गया है.
कुछ सदस्यों ने इस प्रस्ताव को सहमति दी, जिसमें कहा गया था कि जिन प्रखंडों में जिला परिषद की भूमि नहीं है, उनके हिस्से की राशि से यदि अन्य प्रखंडों में दुकान बनायी जायेगी, तो उसे संबंधित जिला परिषद सदस्य की अनुशंसा पर दुकान आवंटित किया जायेगा. इसी तरह बीआरजीएफ की शेष राशि को खर्च करने के लिए इस बात का प्रस्ताव पारित किया गया कि दो लाख रुपये तक की योजनाओं का चयन कर उन्हें लाभुक समिति से निर्माण कराया जायेगा.
बैठक में जिला आपूर्ति पदाधिकारी के नहीं रहने पर रोष व्यक्त करते हुए सदस्यों ने कहा कि इस कारण विभाग की समीक्षा नहीं हो पा रही है. बीआरजीएफ से पूर्व में निकाली गयी निविदा को अंतिम रूप नहीं देने पर सदस्यों ने कड़ा रोष व्यक्त किया. इस दौरान जिला परिषद की पूर्व अध्यक्ष सुषमा मेहता के लगातार तीन बैठकों से अनुपस्थित रहने पर कुछ सदस्यों ने उनकी सदस्यता समाप्त करने की मांग की. इसका प्रतिरोध करते हुए डंडा की प्रमुख रहीना बीबी ने कहा कि गढ़वा प्रमुख भी कई बैठक से अनुपस्थित रहती हैं, तो उनके विरुद्ध कार्रवाई क्यों नहीं करनी चाहिए. बैठक में सिविल सजर्न ने इस बात की जानकारी दी कि फरवरी माह में स्वास्थ्य जागरूकता से संबंधित शिविर का आयोजन विभिन्न प्रखंडों में किया जायेगा.
जिला भूमि संरक्षण विभाग द्वारा प्रत्येक प्रखंड में एक-एक तालाब बनाने की योजना को क्रियान्वित करने का प्रस्ताव पारित किया गया, लेकिन इस बीच गढ़वा व मेराल प्रखंड में जिला परिषद के दो-दो क्षेत्र होने के कारण वंचित क्षेत्र के जिप सदस्यों ने अपने क्षेत्र में भी अतिरिक्त तालाब बनवाने की मांग की. बैठक में अनुपस्थित पदाधिकारियों से स्पष्टीकरण भी मांगा गया है. इनमें डीइओ, डीएसइ, वन विभाग के पदाधिकारी, जिला सामाजिक सुरक्षा निदेशक, जिला आपूर्ति पदाधिकारी शामिल हैं. बैठक में जिला परिषद के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी सह उप विकास आयुक्त उमाशंकर प्रसाद, जिला योजना पदाधिकारी अरुण कुमार द्विवेदी, मनरेगा नोडल पदाधिकारी सुषमा नीलम सोरेंग, जिला भूमि संरक्षण पदाधिकारी सत्येंद्र सिंह, मत्स्य पदाधिकारी रमेश कुमार के अलावा एनआरइपी, आरइओ व कृषि विभाग के प्रतिनिधि सहित जिप सदस्य एवं प्रमुख उपस्थित थे.