सृजन कला मंच के बैनर तले रविवार की शाम गढ़वा में होली मंगल मिलन समारोह का आयोजन किया गया. इसमें कोलकाता से आये विहान नृत्य सेना ने अपने रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुति से गढ़वावासियों का मन मोह लिया. मंच की ओर से विभिन्न क्षेत्र में योगदान देनेवालों प्रतिभाओं को सम्मानित भी किया गया.
गढ़वा : सृजन कला मंच गढ़वा के तत्वावधान में रविवार की शाम होली मंगल मिलन समारोह का आयोजन किया गया. इसमें कोलकाता से आये विहान नृत्य सेना के कलाकारों ने होली सहित विभिन्न पर्व व संस्कृतियों पर आधारित अपने नृत्य-संगीत की प्रस्तुति कर गढ़वावासियों का मन मोह लिया.
समारोह का उदघाटन मुख्य अतिथि सीआरपीएफ 172 बटालियन के द्वितीय कमान अधिकारी संजीव रंजन, डिप्टी कमांडेंट बीके पाठक, डॉ शंकर लाल चाहर व पंडित सुदर्शन मिश्र ने संयुक्त रूप से किया. इस अवसर पर विचार व्यक्त करते हुए संजीव रंजन ने कहा कि गढ़वा की मिट्टी में काफी विशेषता है. वे यहां की संस्कृति से इतना प्रभावित हैं कि वे अपनी सेवा में कहीं भी रहेंगे. लेकिन उनका पता गढ़वा का ही रहेगा.
यहां के सामाजिक व जनजातीय जीवनी पर काफी शोध करने की जरूरत है. समारोह में सृजन कला मंच की प्रासंगिकता पर प्रकाश डालते हुए मंच के अध्यक्ष डॉ पातंजलि केसरी ने कहा कि कला के माध्यम से स्वस्थ समाज का निर्माण हो, यही इस मंच का उद्देश्य है. उन्होंने कहा कि कला के माध्यम से युवाओं व बच्चों को सही दिशा दी जा सकती है तथा व्यक्ति में इंसानियत की संवेदना जगायी जा सकती है.
समारोह की शुरुआत सुप्रिया सरकार ग्रुप की विहान नृत्य सेना ने सरस्वती वंदना से की. इसके बाद संवार लूं हवा के झोकों को…, रूत आ गयी रे, रूत छा गयी रे…,ओ रे चिरैंया… जैसी प्रकृति के शृंगार रस की सामूहिक प्रस्तुति कर श्रोताओं को बार-बार ताली बजाने के लिए मजबूर किया.
साथ ही राधाकृष्ण के विरह व मिलन पर आधारित रिकॉडिंग नृत्य से कलाकारों ने ब्रज व गोकुल की झांकी को प्रस्तुत करने का सफल प्रयास किया. कलाकारों ने मिले सुर मेरा तुम्हारा… के माध्यम से संप्रदायिक सौहार्द्र व देश प्रेम पर आधारित नृत्य व संगीत ने उपस्थित श्रोताओं को काफी प्रभावित किया. समारोह का संचालन रवि अग्रवाल ने तथा धन्यवादज्ञापन कृत्यानंद श्रीवास्तव ने किया.