झारखंड विकास मोरचा के केंद्रीय महासचिव सुनील साहू की प्रेसवार्ता
गढ़वा : राज्य में नियोजन नीति को लागू करने की मांग को लेकर मार्च से पूरे प्रदेश में झारखंड विकास मोरचा आंदोलन शुरू करेगा. एक साल की रघुवर सरकार की उपलब्धि सिर्फ कागजों में सिमटकर रह गयी है.
उक्त बातें झाविमो के प्रदेश महासचिव सुनील साहू ने बुधवार को पार्टी के जिला कार्यालय में एक प्रेसवार्ता कर कही. मौके पर पूर्व मंत्री रामचंद्र केसरी भी उपस्थित थे. श्री साहू ने कहा कि जनवरी-फरवरी माह में संगठन का प्रखंड से लेकर प्रदेश तक चुनाव संपन्न होगा, इसके बाद मार्च महीने से रघुवर सरकार की नाकामी और जनता के सवाल पर नियोजन नीति को मुद्दा बनाकर पार्टी पूरे प्रदेश में तीव्र आंदोलन करेगा. उन्होंने कहा कि स्थानीयता के मामले में सरकार प्रदेश की जनता को धोखा दे रही है. बाबूलाल मरांडी के समय की स्थानीयता नीति को निष्क्रिय कर दिया गया है.
राज्य सरकार ने द्वारा 14 हजार शिक्षकों की बहाली में सामान्य वर्ग में 71 फीसदी बहाली राज्य के बाहर के अभ्यर्थियों की कर दी गयी है.इससे राज्य के अभ्यर्थियों को वंचित रखा गया.जबकि सामान्य वर्ग के वोटों के बदौलत ही रघुवर दास मुख्यमंत्री बने हैं. श्री साहू ने कहा कि वे राज्य सरकार से मांग करते हैं कि सौ फीसदी झारखंडीयों की नौकरी में भागीदारी को लेकर सरकार केंद्र को प्रस्ताव भेजे, क्योंकि संविधान के अनुच्छेद 16के खंड तीन में यह वर्णित हैं कि राज्य सरकार केंद्र सरकार की मदद से ऐसा कर सकती है.उन्होंने कहा कि रघुवर सरकार बाहरी ताकतों को बढ़ावा दे रही है,और झारखंडीयों के हक व अधिकार लूटे जा रहे हैं. जिसे झाविमो किसी भी हाल में बरदाश्त नहीं करेगी.
पूर्व मंत्री श्री केसरी ने कहा कि बाबूलाल मरांडी के 28 माह के कार्यकाल में जो राज्य का विकास हुआ लोग आज भी उसका नाम लेते हैं. आनेवाला समय झाविमो का है और बाबूलाल ही इस राज्य मुखिया होंगे. जबकि एचएन गिरि ने कहा कि जिले में गरीबों की जमीन लूटी जा रही है. दबंग और पैसे वाले लोग किसी की भी जमीन हथियाने के होड़ में शामिल है. प्रेसवार्ता में वीरेंद्र साव,नईम खलीफा,दिनेश शर्मा, विनय सिंह,गोरखनाथ साह, राजकुमार साह उपस्थित थे.