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नि:शक्तों के लिए स्टेडियम बनेगा
विकलांग व नि:शक्त असहाय नहीं है. वे भी सामान्य व्यक्तियों की तरह जीवन-यापन कर सकते हैं. वे अपने को समाज के समक्ष बेहतर ढंग से प्रस्तुत करें. समाज में अपनी एक अलग पहचान बनायें. उक्त बातें केंद्रीय राज्यमंत्री सुदर्शन भगत ने गुरुवार को स्थानीय नगर भवन में भारतीय कृत्रिम अंग निर्माण निगम (एलिम्को) के तत्वावधान […]
विकलांग व नि:शक्त असहाय नहीं है. वे भी सामान्य व्यक्तियों की तरह जीवन-यापन कर सकते हैं. वे अपने को समाज के समक्ष बेहतर ढंग से प्रस्तुत करें. समाज में अपनी एक अलग पहचान बनायें. उक्त बातें केंद्रीय राज्यमंत्री सुदर्शन भगत ने गुरुवार को स्थानीय नगर भवन में भारतीय कृत्रिम अंग निर्माण निगम (एलिम्को) के तत्वावधान में आयोजित कृत्रिम अंग वितरण शिविर में बतौर मुख्य
अतिथि कही.
उन्होंने कहा कि सरकार ऐसे विकलांग व नि:शक्तों के बीच भी विभिन्न प्रकार की योजनाएं चला रही है. वे भी स्वावलंबी बनें और अपनी आर्थिक स्थिति मजबूत करें. झारखंड राज्य की स्थिति पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य सामाजिक व आर्थिक रूप से पिछड़ा है. जिस कारण यहां के स्थानीय लोग अपने को उपेक्षित महसूस करते हैं. ऐसे लोगों के लिए अभी विशेष कार्य किये जाने हैं. उन्होंने बताया कि गुमला में विकलांग व नि:शक्तों के लिए एक विशेष स्टेडियम बनाया जाना है. ताकि स्टेडियम में वे अपना मूवमेंट कर सके. इसके लिए जिला प्रशासन से बात की गयी है. जिला प्रशासन स्टेडियम के लिए जगह देख रहा है. जगह मिलते ही स्टेडियम का निर्माण कार्य शुरू हो जायेगा. इसके लिए विकलांगों व नि:शक्तों के लिए झारखंड राज्य में एक विशेष अस्पताल बनाने की भी योजना है. पीएम नरेंद्र मोदी ने स्वयं इसकी घोषणा की है.
नि:शक्तों की सेवा करना पुनीत कार्य है : विधायक
विशिष्ट अतिथि गुमला विधायक कमलेश उरांव ने कहा कि विकलांग व नि:शक्तों की सेवा करना पुनीत कार्य है. ईश्वरीय देन के कारण ऐसे लोगों को एक अलग शक्ति मिलती है. शारीरिक रूप से अक्षम होने के बाद भी इनमें ऐसे गुण होते हैं, जो अन्य सामान्य लोगों में नहीं होता है. इसके बावजूद भी वे अपने को उपेक्षित महसूस करते हैं. उनकी इस भावना को दूर करने और सक्षम बनाने के लिए मदद करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि यह हमारे गर्व की बात है कि गुमला की धरती का बेटा सुदर्शन भगत केंद्रीय राज्यमंत्री हैं. उनके महत्वकांक्षी योजना के तहत ही आज विकलांगों व नि:शक्तों को सामग्री दिया जा रहा है.
केंद्रीय राज्यमंत्री विकास पर ध्यान दे रहे हैं : डीडीसी
डीडीसी अंजनी कुमार ने कहा कि केंद्रीय राज्यमंत्री क्षेत्र के विकास पर ध्यान दे रहे हैं. यह उन्हीं की देन है कि आज जरूरतमंद लोगों के बीच कृत्रिम यंत्र वितरण किया जा रहा है. कार्यक्रम में जिले के कई ऐसे विकलांग लोग हैं, जो शिविर में शामिल नहीं हो सके हैं. जिस कारण उन्हें उपकरण नहीं मिल पाया. ऐसे लोगों की सहायता के लिए स्थानीय संस्था आगे आकर सहयोग करें. कार्यक्रम को विकास भारती बिशुनपुर के कोषाध्यक्ष महेंद्र भगत, जिप सदस्य फुदो देवी व जिप सदस्य भैरव सिंह खेरवार ने भी संबोधित किया.
11 लाख की सामग्री का वितरण
शिविर में 11 लाख रुपये की लागत से 71 ट्राइसाइकिल, 24 व्हील चेयर, 28 श्रवण यंत्र, 64 वैशाखी और 22 कृत्रिम अंग का वितरण किया गया. अतिथियों ने लाभार्थियों को सामग्री देकर सामग्री वितरण का शुभारंभ किया. इस दौरान सुदर्शन भगत ने लाभार्थियों से सामग्री का सदुपयोग करने की बात कही.
अतिथियों का झारखंडी रीति-रिवाज से हुआ स्वागत
अतिथियों के आगमन पर विकास भारती बिशुनपुर के बच्चियों ने झारखंडी रीति-रिवाज से परिघाते हुए अतिथियों को मंच तक ले गये. जहां मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया. इस अवसर पर भाजपा जिला अध्यक्ष विजय मिश्र, भाजपा महिला अध्यक्षा गायत्री देवी, भाजपा युवा नेता मिशिर कुजूर, बार एसोसिएशन के अध्यक्ष स्वरूप कुमार, निर्मला सिन्हा, किसान मोरचा के केंद्रीय सदस्य भिखारी भगत, चेंबर अध्यक्ष मो सब्बु, सचिव हिमांशु केशरी, ओम प्रकाश गोयल, अनूप चंद्र अधिकारी, विनोद कुमार, एके श्रीवास्तव, सेवानिवृत्त डीडीसी पुनई उरांव, पीके गुप्ता, सीओ अलका कुमार, डीपीआरओ सुनीता धान सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थे.
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