– रंका अनुमंडल के आंगनबाड़ी केंद्रों का हाल
अलग भवनों में चल रहे हैं केंद्र. बच्चों को परेशानी का सामना करना पड़ता है. उनको पीने का पानी और शौचालय की ज्यादा दिक्कत होती है. कुछ आंगनबाड़ी केंद्र गांव-टोले से दूर होने के कारण बच्चे वहां जाते ही नहीं हैं.
रंका (गढ़वा) : रंका अनुमंडल अंतर्गत रंका, चिनिया और रमकंडा प्रखंड में आंगनबाड़ी केंद्र की स्थिति खराब है. इन तीनों प्रखंडों को मिला कर कुल 170 आंगनबाड़ी केंद्र हैं. इनमें से 122 केंद्र भवन विहीन हैं. इसके कारण ये केंद्र गैर सरकारी भवन, स्कूल, पंचायत भवन अथवा सामुदायिक भवनों में चल रहे हैं.
अपना भवन नहीं होने के कारण यहां बच्चों को परेशानी का सामना करना पड़ता है. उनको पीने का पानी और शौचालय की ज्यादा दिक्कत होती है. कुछ आंगनबाड़ी केंद्र जहां बनाये भी गये हैं, वह गांव-टोले से दूर होने के कारण बच्चे वहां जाते ही नहीं हैं. रंका प्रखंड के 93 में 67, चिनिया प्रखंड के 34 में 25 तथा रमकंडा प्रखंड के 43 में 30 आंगनबाड़ी केंद्र का अपना भवन नहीं है.
जहां भवन नहीं है : रंका प्रखंड के सुकुलडीह, खपरो, गोरेयाबांध, सोनपुरवा, हथिया पत्थर, खरडीहा, सलेया, दौनादाग, सेराशाम, तेतरडीह, सिंजो, कंचनपुर, होन्हे कला, रंका खुर्द, खुरा, तमगे कला, तमगे खुर्द, पिंडरा, जोगीखुरा, जोलंगा, सेमरटांड़, मूंगदह, गौरगाड़ा, गोसदाग, बांदू, चुतरू, बरदरी, हाड़ी घाट, मझिगांवा, सिंगा कला, विश्रमपुर, बरवाहा, भौंरी, चुटिया, पंडरापानी, गोदरमाना, र्की, सिरोईकला, बरवाही, ढोंटी, सिकट, हुरदाग, सिकरदाहा व चौकड़ी, रमकंडा प्रखंड के रमकंडा, रक्शी, मंगराही, दाहो, कृष्णानगर, बलिगढ़, गोबरदाहा, तेतरडीह, बिराजपुर, उदयपुर, कुरूमदरी, पुनदाग, ललैहा, नावाडीह, कसमार, चपरी, हरहे, केरवाकुटी, जोहींखांड़, कटमोहरी, कुट्टी, सुली व सिसुआ तथा चिनिया प्रखंड के चिनिया, चिरका, चिरपुरा पत्थर, कन्यादह, चितरापर, र्खुडी, नगसिली, बघमरी, बेता, र्तुमुंडा, परसुखांड़, कुम्हिखांड़, डोल, चपकली, हेताड़खुर्द, कठौतिया, तहले, बरवाडीह, सिसियाकला, सिगसिगा खुर्द, चपकली व बंदुआ में आंगनबाड़ी केंद्रों के अपने भवन नहीं हैं.
।। नंद कुमार ।।