कुशवार गांव में एक झोपड़ी में घुसकर महिला का शिकार करने के बाद बना है चर्चा का विषय
रमकंडा : रमकंडा के कुशवार गांव में एक आदमखोर जानवर की उपस्थिति से ग्रामीण काफी दहशत में हैं. विदित हो कि रविवार की रात उक्त जानवर ने एक महिला को उसकी झोपड़ी में घुसकर अपना शिकार बनाया था. इसके बाद से ही पूरे इलाके में इस आदमखोर जानवर की काफी चर्चा है, लेकिन अभी तक वन विभाग द्वारा यह स्पष्ट नहीं किया जा सका है कि उक्त आदमखोर जानवर बाघ है, तेंदुआ या कुछ और. गढ़वा दक्षिणी वन प्रमंडल के डीएफओ अभिरूप सिन्हा ने बाघ होने की बात को सिरे से खारिज किया है.
गौरतलब है कि रमकंडा से लगे भंडरिया प्रखंड का कुछ भाग बेतला टाइगर नेशनल पार्क के विस्तारित क्षेत्र में पड़ता है. छह महीने पूर्व यहां बाघ की उपस्थिति की खबर आयी थी. इसलिए ग्रामीणों सहित कई वनकर्मी भी इस बात से सहमत हैं कि रिजर्व क्षेत्र से सीमा लांघ कर बाघ के रमकंडा के जंगलों में पहुंच गया.
झोपड़ी में दूसरे दिन भी पहुंचा जानवर
रविवार की रात में कलसिया देवी नामक महिला का शिकार करने के बाद उक्त जानवर महिला के शरीर के करीब आधे हिस्से को खा गया था. इस सूचना के बाद उसके पुत्र के आने पर कलसिया का अंत्यपरीक्षण कराने के बाद बुधवार को उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया. लेकिन दूसरे दिन रात में पुन: उक्त जानवर आ धमका.
ग्रामीणों को सुबह में उसके पैरों के निशान देखने को मिले हैं. करीब आधा दर्जन जगहों पर जानवर के पैरों का निशान पाये गये हैं. ग्रामीणों ने बताया कि छोड़े गये मांस को पुनः दूसरे दिन आकर खाने की प्रवृत्ति बाघ में होती है. लगातार बाघ के आने की सूचना के बाद से कुशवार गांव में दहशत इतना फैल चुका है कि घटना वाले घासी टोले के लोग इकट्ठे होकर दूसरे के घरों में रात गुजार रहे हैं.