गढ़वा : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा कचहरी रोड स्थित वन विभाग के सभागार में बुधवार को जिला छात्र सम्मेलन का आयोजन किया गया. इसका उद्घाटन क्षेत्रीय संगठन मंत्री निखिल रंजन, प्रदेश संगठन मंत्री यागवल्क्य शुक्ल, प्रदेश सह मंत्री स्नेह रानी एवं प्रदेश उपाध्यक्ष प्रो उमेश सहाय ने किया.
इस मौके पर क्षेत्रीय संगठन मंत्री निखिल रंजन ने कहा कि पूरे प्रदेश में इस तरह के सम्मेलन का आयोजन किया जायेगा. उसी कड़ी में आज यहां छात्र सम्मेलन आयोजित किया गया है. इसका उद्देश्य छात्रों की समस्याओं के समाधान को लेकर उनके साथ खड़ा रहना है.
उन्होंने कहा कि देश के अंदर जो बदलाव हो रहा है, उसके बारे में छात्रों को अवगत कराया जा रहा है. जिन्होंने भारत को लूटा, उनके नामों को आज भी ढोया जा रहा है. इस गुलामी के प्रतीक को खत्म करना होगा. इसकी शुरुआत हो चुकी है. भारत के बदलते स्वरूप का सकारात्मक परिणाम को देखते हुए हम सभी को देश के विकास में अपनी भूमिका निभानी होगी.
प्रदेश संगठन मंत्री यागवल्क्य शुक्ल ने कहा कि हमारा इतिहास गौरवपूर्ण रहा है. गढ़वा में छात्रों की समस्या को लेकर सर्जिकल स्ट्राइक की जरूरत है. इसे विद्यार्थी परिषद पूरा करेगा. इस मौके पर प्रो उमेश सहाय ने कहा कि विद्यार्थी परिषद छात्रों की समस्या के समाधान के लिये तत्पर है. विद्यार्थी परिषद की ही देन है कि आज पलामू की धरती पर नीलांबर-पीतांबर विश्वविद्यालय की स्थापना की गयी . सम्मेलन में विषय प्रवेश डॉ कैलाश जायसवाल ने कराया. कार्यक्रम का संचालन प्रदेश कार्यसमिति सदस्य विकास कुमार ने एवं धन्यवाद ज्ञापन नगर मंत्री स्नेहित केसरी ने किया.
इस मौके पर विश्वविद्यालय संयोजक राजीव रंजन देव पांडेय ,जिला संयोजक निशांत चतुर्वेदी, जिला प्रमुख सत्यदेव पांडेय, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य बालमुकुंद दुबे, मंजूल शुक्ला, विकास कुमार, शशांक चौबे, अनुज सिंह, सुमित पांडेय, बाबूलाल कुमार, राजन चंद्रवंशी, हिमांशु रंजन, अविनाश पासवान, अंकित दुबे, अंकित गुप्ता, रोशन यादव, नवीन तिवारी, राकेश पाठक सहित काफी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित थे. सम्मेलन के दूसरे सत्र में जिले के छात्रों की समस्या को लेकर प्रस्ताव पारित किया गया. इसके बाद रंका मोड़ पर खुला सत्र चला जिसमें विभिन्न वक्ताओं ने जिले के छात्रों की समस्या पर अपने विचार व्यक्त किये.