रमकंडा : रमकंडा प्रखंड मुख्यालय परिसर में शुक्रवार को जनसंग्राम मोर्चा, अखिल भारतीय आदिम जनजाति विकास परिषद, हुल झारखंड क्रांति दल, बहुजन क्रांति मोर्चा के संयुक्त तत्वाधान में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन का आयोजन किया गया. कार्यक्रम की शुरुआत रमकंडा प्रखण्ड मुख्यालय के पुराना थाना मोड़ से सड़क यात्रा निकाला गया.
जो प्रखंड कार्यालय पहुंच कर धरना में तब्दील हो गया. सभा को संबोधित करते हुए जन संग्राम मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष युगल पाल ने कहा कि आजादी के 72 साल के बाद भी इस क्षेत्र का विकास नहीं हो सका. वहीं सरकार तरह तरह के कानून बनाकर लोगों को परेशान कर रही है. गरीबों की जमीन हड़पने की साजिश की गयी है. कहा कि गढ़वा जिला के 132 गांवों को हाथी जॉन के लिए कॉरिडोर के नाम पर झारखंड सरकार यहां के मूलवासी व आदिवासी को उजाड़ने की साजिश कर रही है.
इसे सरकार को वापस लेना होगा. मूलवासी उस गांव से किसी भी परिस्थिति में नहीं हटेंगे. अपने जल जंगल जमीन के लिए हमेशा लड़ाई लड़ते रहे हैं. वहीं भाकपा माले के राज्य सचिव वशिष्ठ तिवारी ने कहा कि सरकार की गलत नीतियों के कारण यहां के मूलवासियों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है. सरकार विकास व हाथी कोरिडोर के नाम पर मूलवासियों को उजाड़ने की साजिश कर रही है. इसे मूलवासी कतई बर्दाश्त नहीं करेगा. कार्यक्रम के अंत में राज्यपाल के नाम चार सूत्री मांगों को प्रखंड विकास पदाधिकारी रामजी वर्मा को मांग पत्र सौंपा गया.
जिसमें जिसमें गढ़वा जिला के 132 गांव को हाथी कोरिडोर के नाम पर गांव उजाड़ने का प्रस्ताव को ख़ारिज किये जाने, वन भूमि पर खेती व घर बना कर निवास कर रहे आदिवासीयों को वन पट्टा दिये जाने, रजिस्टर टू के तहत जमींन का ऑनलाइन खतियान जारी करने सहित अन्य मांगें शामिल है. इस मौके पर मोर्चा के केंद्रीय सदस्य अशोक पाल, जिला अध्यक्ष जेपी सिंह खरवार, मुखिया श्रवण प्रसाद कमलापुरी, रामचंद्र पाल, जगदीश सिंह, बृजनंदन मेहता, जिमेदार सिंह, सूबा सिंह ,कमकुम देवी,अनिता देवी सहित अन्य लोग शामिल थे.