सोमवार को सेवानिवृत्त कर्मचारी के साथ हुई थी लूटपाट
मझिआंव(गढ़वा) : मझिआंव पुलिस ने सेवानिवृत्त रेल कर्मचारी से हुई लूट की सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए घटना के चार घंटे के अंदर लूट की राशि के साथ इसमें शामिल तीनों लुटेरों को गिरफ्तार कर लिया है. विश्रमपुर प्रखंड के जमडीहा निवासी सीताराम पासवान से उस समय 16 हजार रुपये लूट लिये गये थे, जब वह सेंट्रल बैंक की मआंव शाखा से अपने दो महीने का पेंशन लेकर कोयल नदी पार कर रहा था.
घटना के बाद सीताराम ने वहां से लौट कर मआंव थाने में इसकी सूचना दी थी. इस पर पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए तीन लुटेरों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस निरीक्षक परमानंद राम ने मंगलवार को एक प्रेस वार्ता कर इसकी जानकारी देते हुए बताया कि गिरफ्तार लुटेरों में मआंव नगर पंचायत के वार्ड छह निवासी जीतू तिवारी, घुरूआ गांव के शेख नइम एवं इंतेखाब खान शामिल है. इनके पास से लूट के 12240 रुपये, लूट मे प्रयुक्त एक छुरा व मोटरसाइकिल भी बरामद किया गया है. पुलिस निरीक्षक ने बताया कि सोमवार को एक बजे सीताराम पासवान सेंट्रल बैंक से पैसा निकाल कर जा रहा था. इसी दौरान शेख नइम व इंतेखाब खान उसके पीछे लग गया.
वे लोग अपने साथी जीतू तिवारी को भी ले लिया. रास्ते में वे लोग एक ककरी बेचनेवाले से छुरा छिन कर सीताराम का पीछा किया. करीब पांच बजे कोयल नदी मेला घाट के पास सुनसान स्थान से जैसे ही सीताराम गुजरने लगा, उनलोंगों ने छुरा दिखा कर उससे लूट लिया. लूट की घटना को अंजाम देने के बाद इसकी सूचना पुलिस को दिये जाने से बेखबर तीनों लुटेरे मुर्गा खाया व शराब पीया. इसमें उनके 3260 रुपये खर्च हो गये. बाद में राशि बंटवारा कर वे लोग सुरक्षित घर पहुंचते, इसी बीच पुलिस ने उन्हें धर-दबोचा. पुलिस को जीतू के पास से 3740 रुपये, नइम के पास से 5000 रुपये तथा इंतेखाब के पास से 3500 रुपये बरामद हुए. उनके निशानदेही पर वह छुरा भी बरामद हुआ. पुलिस निरीक्षक ने बताया कि तीनों लुटेरों को पूछताछ के बाद इसकी प्राथमिकी दर्ज करते हुए जेल भेज दिया गया है.
इस अभियान में एएसआइ जटाशंकर पांडेय के नेतृत्व में पुलिस टीम ने भूमिका निभायी. गिरफ्तार लुटेरों ने पुलिस को बताया कि उनका गिरोह मआंव स्थित सभी बैंकों में सक्रिय रहता है. इस दौरान वे लोग बैंक से राशि निकाल कर ले जानेवाले वृद्ध अथवा महिलाओं पर पैनी निगाह रखते हैं. जैसे ही वे लोग रुपये लेकर किसी सुनसान स्थल पर पहुंचते हैं, वे उनसे रुपये लूट लेते हैं.