गढ़वा : कांग्रेस की नियत साफ नहीं है. वह झारखंड के हित में काम नहीं करती. सरकार बनाने के के नाम पर खरीद-फरोख्त की राजनीति कर रही है. उक्त बातें झाविमो सुप्रीमो सह पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने गढ़वा में पूर्व चेंबर अध्यक्ष संतोष केसरी के आवास पर पत्रकारों के साथ बातचीत में कही.
श्री मरांडी ने कहा कि झारखंड में पिछले साढ़े चार माह से विधानसभा निलंबित है. क्योंकि कोई भी दल को बहुमत नहीं है. पिछली सरकार जोड़-तोड़ कर तीन वर्ष तक राज्य में शासन किया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस राष्ट्रपति शासन के नाम पर लोकतंत्र की हत्या कर रही है.
क्योंकि राष्ट्रपति शासन में भी पहले की तरह ही सरकार चल रही है. पहले मुख्यमंत्री और अब राज्यपाल व उनके दो सलाहकार सरकार चला रहे हैं. उन्होंने कहा कि राज्य में चारों ओर भ्रष्टाचार का आलम है. स्थिति से बद से बदतर हो गयी है. राज्य में लूट, हत्या आदि की घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है.
श्री मरांडी ने कहा कि उनकी पार्टी राष्ट्रपति से मांग करती है कि राज्य में राष्ट्रपति शासन समाप्त कर स्वस्थ लोकतंत्र की स्थापना करे. प्रेस वार्ता में स्थानीय विधायक सह झाविमो के केंद्रीय उपाध्यक्ष सत्येंद्रनाथ तिवारी, डॉ सबा अहमद, जिलाध्यक्ष राजकुमार मधेशिया, पलामू जिलाध्यक्ष अविनाश वर्मा, संतोष केसरी उपस्थित थे.
छत्तीसगढ़ की घटना सरकार की विफलता : श्री मरांडी ने कहा कि छत्तीसगढ़ की नक्सली घटना वहां के राज्य सरकार की पूरी तरह से विफलता का परिणाम है. क्योंकि इतनी बड़ी घटना एक दिन में नहीं होती. इसकी प्लानिंग पहले से की गयी होगी. नक्सलियों के सफाया के लिए राज्य में विकास की गति को तेज करना होगा. पुलिस व जनता के बीच समन्वय बढ़ाना होगा, तभी इस पर लगाम लगाया जा सकता है.
चार जून को बैठक : श्री मरांडी ने कहा कि राज्य से राष्ट्रपति शासन हटाने को लेकर पार्टी द्वारा चार जून को बैठक होगी. बैठक के बाद राष्ट्रपति से मिल कर चुनाव की मांग की जायेगी. इस बार झाविमो राज्य में सभी 81 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी और सरकार बनायेगी.