खरौंधी(गढ़वा) : खरौंधी के गोबरदाहा गांव में बुधवार रात 12.30 बजे घर के बाहर एक ही खाट पर सोये मोतीचंद राम (45) व उसकी पत्नी जुगनी देवी (40) की धारदार हथियार से हत्या कर दी गयी. हमले में पोता कमलेश राम (10) गंभीर रूप से जख्मी हो गया. मृतक की पुत्री बिफनी देवी ने बताया कि कमलेश के चिल्लाने पर घर के लोग व ग्रामीण जुट गये.
ग्रामीणों की मांग पर मौके पर पहुंचे एसडीपीओ सुरजीत कुमार व इंस्पेक्टर अजय सिंह ने सुबह 9.30 बजे गढ़वा सीआरपीएफ कैंप से डॉग स्क्वायड बुलाया, पर कोई सफलता नहीं मिली. इसके बाद ग्रामीणों ने शवों को उठाने दिया. एसडीपीओ ने बताया कि यह जघन्य अपराध है. अनुसंधान जारी है. आरोपी शीघ्र पकड़े जायेंगे.
फुआ दरवाजा खोल :बुधवार की रात लगभग 12.30 बजे गंभीर रूप से घायल 10 वर्षीय कमलेश राम जोर-जोर से फुआ दरवाजा खोल बाबा दादी के मार देलथुन की आवाज लगा रहा था. वह अपने दादा मोतीचंद व दादी जुगनी देवी के साथ घर के बाहर खाट पर सोया हुआ था. अज्ञात हमलावर द्वारा हमले में उसके बाबा-दादी की मौत के बाद अपराधियों ने उसे भी गंभीर रूप से घायल कर दिया था. समाचार के अनुसार मृतका जुगनी देवी बुधवार को अपने मायके चचेरिया से लौटी थी.
लौटने के बाद पति मोतीचंद के साथ खरौंधी बाजार में टमाटर बेचने गयी थी. वहां से रात आठ बजे लौटने के बाद वह घर पहुंची, जहां एक सप्ताह से रह रही उसकी बेटी बिफनी देवी, दामाद अनुज राम व पोता कमलेश के साथ खाना खाकर सोने चली गयी. इसी बीच आधी रात को यह हादसा हो गया. मृतक का पोता कमलेश इसके पूर्व ट्रैक्टर व छत से गिर कर गंभीर रूप से घायल हो गया था. मोतीचंद ने अपनी सभी जमीन बंधक रख कर उसका इलाज करवाया था. उसी बंधक जमीन को छुड़ाने के लिए मृतक का पु्त्र रविंद्र राम अपनी पत्नी के साथ जामनगर (गुजरात) में मजदूरी करता है. घटना के बाद ग्रामीणों ने 3400 रुपये चंदा कर घायल कमलेश के इलाज के लिए दिया तथा जरूरत के अनुसार और देने का आश्वासन दिया. इस अवसर पर पूर्व मंत्री रामचंद्र केसरी, बसंत कुमार यादव, उप प्रमुख विवेकानंद यादव, धर्मराज आदि उपस्थित थे.