किंतु विगत कुछ समय से इस क्षेत्र में ईसाई धर्मावलंबियों के द्वारा पादरी के निर्देश पर जोर-शोर से धर्म प्रचार के नाम पर भोले-भाले वनवासियों का गलत तरीके से धर्मांतरण किया जा रहा है.
इसके लिये ईसाई मिशनरी के दर्जनों प्रचारक इस क्षेत्र में सक्रिय हैं. इनके द्वारा अशिक्षित एवं भोले वनवासियों को धर्म परिवर्तन लगातार कराने से सरना सनातन धर्म बहुल प्रखंड बड़गड़ वर्तमान में ईसाई बहुल प्रखंड हो चला है. इतना ही नहीं पादरी के निर्देश पर दोनों प्रखंड के कई गांवों के प्रवेश स्थल सरकारी भूमि पर इनके द्वारा क्रूस खड़ा किया गया है. इससे आम लोगों में रोष बढ़ रहा है. जिला संगठन मंत्री श्री उरांव ने कहा कि क्रूस की बढ़ती संख्या अपनी शक्ति दिखाने व गलत ढंग से धर्म प्रचार का माध्यम बनता जा रहा है. यदि इसपर रोक नहीं लगायी गयी, तो यहां किसी भी समय स्थिति विस्फोटक हो सकती है. उन्होंने कहा कि वनवासियों का अस्तित्व एवं स्थिति को बिगड़ने से बचाने के लिये इस पर तत्काल कदम उठाने की जरूरत है. विशेषकर उन्होंने सरकारी भूमि पर क्रूस खड़े करने पर कानूनी कार्रवाई की मांग की है.