बहरागोड़ा : झाविमो नेता समीर महंती का भाजपा में शामिल होना झामुमो विधायक कुणाल षाड़ंगी के लिए नयी चुनौती और भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ दिनेशानंद गोस्वामी के लिए भाजपा में एक नया प्रतिद्वंद्वी बन सकते हैं. अब बहरागोड़ा विधानसभा की राजनीति बदल जायेगी. समीर महंती जुझारू नेता के रूप में जाने जाते हैं.
उनके खिलाफ एक दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं. कई बार जेल गये. 2005 में पहली बार आजसू उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था. उन्हें लगभग 9411 मत मिले थे. वर्ष 2009 के विस चुनाव में आजसू उम्मीदवार के रूप में 11,465 मत मिले थे. वर्ष 2014 के विस चुनाव में भाजपा और आजसू में गठबंधन हुआ, तो समीर महंती ने आजसू से बगावत कर झाविमो उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा.
उन्हें 42,130 मत मिले. वहीं भाजपा के उम्मीदवार पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दिनेशानंद गोस्वामी को 42, 618 मत मिले. इस चुनाव में झामुमो के उम्मीदवार कुणाल षाड़ंगी विजयी हुए थे. उन्हें 57,973 से अधिक मत मिले थे. ऐसे में समीर महंती के भाजपा में शामिल होने से भाजपा के पक्ष में 42+42 यानी कि 84 हजार वोट का आंकड़ा बनेगा. मतों के जोड़ के हिसाब से भाजपा भारी पड़ेगी.