लापरवाही: त्रुटि में सुधार के लिए 15 दिनों से चक्कर लगा रहा दिव्यांग
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प्रज्ञा केंद्र में पुत्र की जगह पिता का आवासीय प्रमाण पत्र बनाया
लापरवाही: त्रुटि में सुधार के लिए 15 दिनों से चक्कर लगा रहा दिव्यांग घाटशिला : घाटशिला प्रज्ञा केंद्र और अंचल कार्यालय की लापरवाही से झाटीझरना पंचायत का दिव्यांग कुदा मार्डी 15 दिनों से परेशान है. दरअसल वह आवासीय प्रमाण पत्र में हुई भूल सुधार के लिए कार्यालय का चक्कर लगा रहा है. प्रज्ञा केंद्र की […]
घाटशिला : घाटशिला प्रज्ञा केंद्र और अंचल कार्यालय की लापरवाही से झाटीझरना पंचायत का दिव्यांग कुदा मार्डी 15 दिनों से परेशान है. दरअसल वह आवासीय प्रमाण पत्र में हुई भूल सुधार के लिए कार्यालय का चक्कर लगा रहा है. प्रज्ञा केंद्र की लापरवाही से दिव्यांग कुदा मार्डी की जगह उसके पिता फुदान मार्डी का आवासीय प्रमाण पत्र बन गया है. दिव्यांग ने कहा कि उसकी मेहनत को देख तत्कालीन मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने आश्वासन दिया था कि बीएड उत्तीर्ण करो और शिक्षक नियुक्ति का आवेदन भरो. शिक्षक बनाने पर विचार होगा. शिक्षक बहाली के आवेदन भरने की अंतिम तिथि 15 मार्च है.
वह आवासीय प्रमाण पत्र में हुई त्रुटि में सुधार के लिए 15 दिनों से परेशान है, लेकिन प्रमाण पत्र में सुधार नहीं हो रहा है. आवासीय प्रमाण पत्र में सुधार के लिए मुखिया समन्वय समिति के अध्यक्ष कन्हाई मुर्मू और झाटीझरना के मुखिया सुकुमार सिंह ने बुधवार को अंचल कार्यालय के प्रधान लिपिक डोमन मार्डी से भेंट की. प्रधान लिपिक ने कहा कि प्रज्ञा केंद्र ऑनलाइन बना है. कर्मचारी द्वारा प्रमाण पत्र निर्गत करने के बाद सीओ और इसके बाद अनुमंडल कार्यालय भेजा जाता है. इसके बाद ही प्रमाण पत्र निर्गत होता है.
सीआइ और राजस्व कर्मचारी हड़ताल पर हैं. मुखिया समन्वय समिति के अध्यक्ष ने कहा कि इस मामले को लेकर एसडीओ से मिलेंगे और सीओ सत्यवीर रजक के समय ऑफ लाइन बने आवासीय, जाति, आय प्रमाण पत्र को दोबारा बनाने की मांग की जायेगी. ताकि प्रज्ञा केंद्र की मनमानी पर रोक लग सके. दिव्यांग को दौड़ाना अच्छी बात नहीं है.
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