धालभूमगढ़ : राज्य की मानव संसाधन विकास मंत्री गीताश्री उरांव ने गुरुवार को धालभूमगढ़ के नरसिंहगढ़ शत्रुघ्न मध्य विद्यालय के शताब्दी समारोह का दीप प्रज्वलित कर एवं झंडोत्तोलन कर उदघाटन किया.
उन्होंने कहा कि इस स्कूल का इतिहास गौरवशाली है. स्कूल के पूर्व छात्र देश के विभिन्न सेवाओं में मिसाल कामय की है. स्कूल ने कई अनमोल रत्न दिया है. इस क्षेत्र के छात्र-छात्राओं में बहुमुखी प्रतिभा है. मंच नहीं मिलने से दूसरे राज्यों के भरोसे में रहना पड़ता है. सुंदर, सांस्कृतिक माहौल बनाने के प्रयास में है. प्रतिभा प्रदर्शन के लिए सरकारी मंच बनाने की सकारात्मक पहल कर रही है. शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्यो से मुक्त रखने पर सरकार विचार-विमर्श कर रही है.
कम समय में शिक्षा विभाग से जुड़ी समस्याओं का हल निकालने का प्रयास जारी है. शताब्दी समारोह की अध्यक्षता कुलदा रंजन मिश्र ने की. समारोह को राज्य सभा सांसद प्रदीप कुमार बलमुचु ने भी संबोधित किया. गोपाल मिश्र ने स्वागत भाषण प्रस्तुत किया.
विद्यालय के पूर्व शिक्षक गुरू पद साहा, कुलदा रंजन मिश्र, काली पदो सीट, सत्य रंजन साहा, छाया साहा को गीताश्री उरांव ने शॉल ओढ़ा कर और स्मृति चिह्न् देकर सम्मानित किया गया. पूर्ववर्ती छात्र अनंत लाल महतो, प्रो मजतुबा हुसैन, इंद्र नारायण सिंह, मनोज साव, सुजीत दे को भी स्मृति चिह्न् देकर सम्मानित किया गया. सुबह में विद्यालय परिसर से प्रभात फेरी निकाली गयी.
प्रभात फेरी विभिन्न मार्गो का परिभ्रमण करती हुई स्कूल पहुंच कर समाप्त हो गयी. लोयला विद्यालय की छात्राओं ने नागा डांस किया. नरसिंहगढ़ उच्च विद्यालय, केजीवीभी, शिशु मंदिर, शत्रुघ्न मवि के विद्यार्थियों ने नृत्य और गीत प्रस्तुत किया. ओमनीश दास ने कुचीपुड़ी नृत्य प्रस्तुत किया. इस मौके पर शताब्दी समारोह की आयोजन समिति के सदस्य और गणमान्य लोग उपस्थित थे.