मामले की उच्च स्तरीय जांच हो: विधायक
बहरागोड़ा : बहरागोड़ा के मानुषमरिया के पास 3.5 किमी के पास 21 जुलाई की शाम पानी छोड़े जाने के बाद बांयी मुख्य नहर का एक भाग पानी के दबाव से ध्वस्त हो गया. इससे आसपास के खेत डूब गये. घटना से विभाग में हड़कंप मच गया. बुधवार को विभागीय अधिकारी पहुंचे और पानी के बहाव को रोकने का प्रयास किया. सीता नाला के पास नहर का फाटक बंद करने से पानी का बहाव कम हुआ. सूचना पाकर विधायक कुणाल षाड़ंगी पहुंचे. उन्होंने स्थिति को देखा और विभाग के वरीय अधिकारियों से बात की.
विधायक ने कहा कि उन्होंने पूर्व में ही नहर के निर्माण में ही रही गड़बड़ी का मामला विस में उठाया था. विभाग के प्रशासक से भी घटिया निर्माण की शिकायत की थी. विधायक ने कहा कि घटिया निर्माण के कारण ही नहर टूट रही है. अभी कम पानी है तो यह हाल है.
जब पानी बढ़ेगा तो क्या होगा. इस मामले की उच्च स्तरीय जांच हो और दोषी पर कार्रवाई हो. इधर, विभाग के अधीक्षण अभियंता राम निवास प्रसाद, कार्यपालक अभियंता अशोक कुमार दास, एसडीओ लाली राम भी पहुंचे. कार्यपालक अभियंता ने बताया कि नहर में पानी बंद करने से बहाव कम हुआ है. टूटे स्थल को भरने का काम शुरू होगा.
चाकुलिया : चाकुलिया प्रखंड की बाड़ामारा और मुढ़ाल गांव के बीच पलपला खाल पर ग्रामीण विकास विशेष प्रमंडल के तहत स्वीकृत 3,60,85,461 रुपये की लागत से पुल निर्माण किया जा रहा है.
संवेदक द्वारा बनाया गया डायवर्सन खाल, वर्षा का पानी बढ़ने से बह गया. इसके कारण इस सड़क पर आवागमन ठप है. ग्रामीणों को आवागमन करने में काफी कठिनाई हो रही है. ग्रामीणों ने बताया कि संवेदक द्वारा प्राक्कलन के आधार पर डायवर्सन का निर्माण नहीं किया गया था. इस कारण वर्षा का पानी खाल में बहने से डायवर्सन बह गया.