झंडोत्तोलन और दीप प्रज्जवलन से हुआ सम्मेलन का उदघाटन
घाटशिला : घाटशिला के पावड़ा स्थित माझी परगना महाल भवन में शनिवार को धाड़ दिशोम पूर्वी सिंहभूम माझी परगना महाल का दो दिवसीय 11वां जिला सम्मेलन देश परगना बैजू मुमरू की अध्यक्षता में शुरू हुआ. श्री मुमरू ने महाल का झंडोत्ताेलन किया.ओलचिकिी लिपि के जनक पंडित रघुनाथ मुमरू और दिवंगत देश परगना हरेंद्र नाथ मुमरू की तसवीर पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की. सम्मेलन का उदघाटन दीप प्रज्वलित कर किया गया.
श्री मुमरू ने कहा कि सम्मेलन में ग्राम प्रधान, माझी हड़ाम, नायके, गोड़ेत और कई जगहों के ग्रामीण भाग ले रहे हैं. उन्होंने कहा कि सम्मेलन में दो साल के कार्यकाल का लेखा-जोखा प्रस्तुत किया जायेगा और कार्यो की समीक्षा की जायेगी. जिला महासचिव रामचंद्र मुमरू ने कहा कि बीते दो साल में किये गये कार्यो की सम्मेलन में समीक्षा होगी. उन्होंने कहा कि पूर्वी सिंहभूम के बालू घाटों को लेकर उपायुक्त का घेराव किया गया था. ग्राम प्रधान, नायके, माझी हड़ान को सरकार मानदेय नहीं मिलने के मामले को उठाया गया. आदिवासी परिवार को वन भूमि का पट्टा देने समेत कई अन्य मांगें रखी गयी थीं.
सम्मेलन में आये लोगों का मामला पहना कर स्वागत किया गया. सम्मेलन को पूर्व मंत्री यदुनाथ बास्के, हरि पद मुमरू, कुनाराम मुमरू, दासमाथ हांसदा, गुरू चरण मुमरू, मधु सोरेन, पुनता मुमरू, कमला हांसदा, करूणा मुमरू ने भी संबोधित किया. संचालन सुधीर सोरेन ने किया. सम्मेलन में बहादुर सोरेन, सुखलाल हांसदा समेत पूर्वी सिंहभूम के माझी हड़ाम, ग्राम प्रधान, नायके, गोड़ेत भाग ले रहे हैं.
चपई सोरेन आयेंगे: बहादुर सोरेन ने बताया कि सम्मेलन के दूसरे दिन पूर्व पथ परिवहन मंत्री चंपई सोरेन, पूर्व विधायक रामदास सोरेन के अलावा महाल के सदस्य भाग लेंगे. फुलडुंगरी चौक पर हरेंद्र मुमरू की मूर्ति पर माल्यार्पण के बाद जुलूस निकलेगा. जुलूस महाल भवन आकर सभा में तब्दील होगा.