जादूगोड़ा : प्रथम टेलिंग पौंड का विस्तार नहीं किया गया तो कई खदानें बंद हो जायेंगी. इसका असर पहले जादूगोड़ा मिल पर पड़ेगी और फिर बागजाता व नरवा पहाड़ माइंस को भी बंद करना पड़ेगा. ऐसा इसलिए होगा क्योंकि चाटीकोचा स्थित तीसरा टेलिंग पौंड भर रहा है और लगभग दो-तीन माह में यह पूरा भर जायेगा.
शुक्रवार को यूसिल जादूगोड़ा आवसीय कॉलोनी स्थित गेस्ट हाउस में पत्रकारों से बातचीत में यूसिल के सलाहकार पिनाकी राय ने अपनी चिंताओं का जाहिर किया. उन्होंने बताया कि यूसिल जादूगोड़ा मिल से जाने वाली यूरेनियम का कचड़ा पानी को डालने के लिए चाटीकोचा स्थित पहले टेलिंग पौंड को चौथे टेलिंग पौंड का रूप देकर विस्तार किया जा रहा है. इसका विरोध चाटीकोचा के ग्रामीण कर रहे है. राय ने आगाह किया कि अगर यू ही आंदोलन करते रहे और विस्तारीकरण नहीं करने दिया गया तो आने वाले दो-तीन माह के भीतर जादूगोड़ा मिल को बंद कर देना पडेगा.
अगर ऐसा हुआ तो इसका असर बागजाता व नरवा पहाड़ माइंस में भी पड़ेगा. इस मौके पर श्री राय के साथ कंपनी के महाप्रबंधक (खान) एससी भैमिक, विशेष कार्य अधिकारी कान्द्रा महाली, पीआरओ अतुल वाजपेयी व अपर प्रबंधक सुरक्षा जीसी नायक भी उपस्थित थे. श्री राय ने कहा कि टेलिंग पौंड के विस्तार को कुछ ग्रामीण जाहेर थान की सुरक्षा से जोड़ रहे हैं. वर्ष 1997 में हुए समझौता के आधार पर हम जाहेर थान की सुरक्षा पर पूरा ध्यान दे रहे हैं.
उसकी सुरक्षा में करोड़ो खर्च हो सकता हैं. फिलहाल कंपनी की वित्तीय स्थिति ठीक नहीं है. राय ने कहा कि ग्रामीणों की मंशा मुख्यत: नौकरी हासिल करना है जबकि जादूगोड़ा माइंस की आयु 6 से 7 वर्ष आंकी जा रही है. स्थिति यह है कि अपने क्षेत्र की माइंस में लोग दूसरे क्षेत्र के लोगों को काम नही करने देता चाहते. इन सारी स्थितियों को देखते हुए सभी को नौकरी देना संभव नही हैं.