गालूडीह : गालूडीह में गुरुवार को झारखंड आंदोलनकारी सह झामुमो के पूर्व जिला सदस्य कृष्णा महतो का पांचवां शहादत दिवस मनाया गया. 22 अगस्त 2008 को नक्सलियों ने सरेशाम गोली मार कर गालूडीह में उसकी हत्या कर दी थी.
शहादत दिवस के अवसर पर गालूडीह स्थित उसके घर में झामुमो नेताओं और पंचायत प्रतिनिधियों ने स्व कृष्णा महतो की तसवीर पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी. इस मौके पर एक मिनट का मौन धारण कर उसकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना भी की गयी. मौके पर झाममो के जिला सचिव लालटू महतो और उप प्रमुख जगदीश भकत ने कहा कि कृष्णा महतो झारखंड आंदोलनकारी थे.
उसके खिलाफ कई मामले दर्ज हुए थे. हालांकि वे कभी जेल नहीं गये थे. स्व प्रभाकर महतो का वह साथी था. आज दोनों नहीं हैं. दोनों की कमी हमेशा पार्टी को खलती है. उन्होंने स्व कृष्णा महतो की पत्नी बुलू रानी महतो को भरोसा दिलाया कि जल्द ही उन्हें सरकारी नौकरी मिलेगी. इसके लिए प्रयास जारी है.
नक्सली हिंसा में मारे गये लोगों के आश्रितों तो दो लाख मुआवजा और सरकारी नौकरी देने का प्रावधान है. बुलू रानी महतो को दो लाख रुपये मुआवजा तो मिल गया है, परंतु अब तक नौकरी नहीं मिली है. मौके पर स्व महतो के पत्नी बुलू रानी महतो, बेटी सुजाता महतो, चचा नवो महतो, झामुमो नेता काजल डॉन, राजेंद्र शर्मा, कपिल महतो, कल्पना, गुमी आदि मौजूद थे.