अयस्क को खदान के ऊपर स्थित डंपिंग यार्ड में रखा जा रहा है
मुसाबनी : छठे दिन भी बागजाता से उत्पादित यूरेनियम अयस्क का परिवहन नहीं हुआ. नक्सली दस्ते द्वारा अयस्क लदे हाइवा फूंके जाने की घटना के बाद से बागजाता से यूरेनियम अयस्क की ढुलाई नहीं हो रही है. बागजाता खदान में उत्पादन आम दिनों की तरह हो रहा है. माइंस से प्रति दिन करीब पांच सौ टन अयस्क का उत्पादन होता है.
खदान से उत्पादित अयस्क को सड़क मार्ग से हाइवा द्वारा पिसाई के लिए जादूगोड़ा मिल भेजा जाता है, लेकिन नक्सली घटना के बाद से छह मई से अयस्क का परिवहन बंद है. परिवहन बंद रहने के कारण अयस्क की ढुलाई ठप है. ऐसे में खदान से उत्पादित अयस्क को खदान के ऊपर स्थित डंपिंग यार्ड में रखा जा रहा है. सूत्रों के अनुसार डं¨पग यार्ड की क्षमता करीब 10 हजार टन की है. यदि जल्द अयस्क परिवहन प्रारंभ नहीं होता है, तो खदान से उत्पादित अयस्क को रखने को लेकर समस्या उत्पन्न हो जायेगी.