ग्रामीणों का अल्टीमेटम
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लापता महेंद्र टुडू का सुराग नहीं चाचा ने पुलिस को किया गुमराह
ग्रामीणों का अल्टीमेटम तो आज छह मौजा के ग्रामीण घेरेंगे थाना हिरासत में लिये चाचा ने शव पत्थर में दबाने की बात कही पुलिस उक्त स्थल पर जांच करने गयी, नहीं मिला कोई सुराग डुमरिया : डुमरिया के कांटाशोल गांव स्थित कारकाटगोड़ा टोला निवासी सुनाराम टुडू का चार वर्षीय पुत्र महेंद्र टुडू का लापता होने […]
तो आज छह मौजा के ग्रामीण घेरेंगे थाना
हिरासत में लिये चाचा ने शव पत्थर में दबाने की बात कही
पुलिस उक्त स्थल पर जांच करने गयी, नहीं मिला कोई सुराग
डुमरिया : डुमरिया के कांटाशोल गांव स्थित कारकाटगोड़ा टोला निवासी सुनाराम टुडू का चार वर्षीय पुत्र महेंद्र टुडू का लापता होने के तीन दिनों बाद भी कोई सुराग नहीं मिला है. सोमवार को पुलिस ने बच्चे की तलाश के लिए डॉग स्क्वायड के दो कुत्ते (सहान दीवान और नीना नाम) की मदद ली, लेकिन सफलता नहीं मिली.
इधर महेंद्र के कथित चाचा रेंटा मुर्मू को पुलिस ने हिरासत में लिया है. उसने पुलिस को बताया कि बच्चे का शव पत्थर के नीचे दबा दिया गया है. शाम को उसे लेकर पुलिस उसके बताये स्थल पर गयी. वहां लाश नहीं मिली. बच्चे के पिता
सुनाराम टुडू, मां सावंती टुडू और ग्रामीणों ने कहा कि 27 फरवरी की सुबह 10 बजे तक मामले का उद्भेदन नहीं किया गया तो छह मौजा के ग्रामीण थाना का घेराव करेंगे.
खोजी कुत्ते के पीछे-पीछे भटकती रही पुलिस
मुसाबनी डीएसपी अजित कुमार विमल ने बताया कि लापता बच्चे की तलाश के लिए खोजी कुत्ते की मदद ली गयी. सबसे पहले कुत्तों को बच्चे का पैंट और शर्ट सूंघाया. दोनों खोजी कुत्ते जमीन को सूंघ-सूंघ कर इधर उधर घूमे. कुछ सुराग नहीं मिला. इसके बाद दोनों खोजी कुत्ते मारेडीह प्रावि चले गये. वहां से लिपुडुंगरी तालाब, टोला में गये.
यहां भी कुछ नहीं मिला. दोनों खोजी कुत्ते कांटाशोल जंगल की ओर गये. यहां भी कुछ नहीं मिला. शाम हो जाने के कारण डॉग स्क्वायड वापस लौट गये. इस अभियान में अभियान एसपी प्रणव आनंद झा, बीडीओ मृत्युंजय कुमार, पुलिस निरीक्षक मदन मोहन सिंह, मुसाबनी के थाना प्रभारी सुरेश लिंडा, सीआरपीएफ और जिला पुलिस के जवान शामिल थे.
सुनियोजित तरीके से घटना को दिया अंजाम
मामला डायन-बिसाही का है या भूमि विवाद का है या कुछ और. बच्चे के पैंट, शर्ट और जूते बरामद होने से यह माना जा रहा है
कि उसकी हत्या की गयी है. बच्चे की लाश को ठिकाने लगाने का काम किसी एक महिला या व्यक्ति से संभव नहीं है. कांड में एक से अधिक व्यक्ति हो सकते हैं. घटना को सुनियोजित तरीके से अंजाम दिया गया है.
मोबाइल से मिले क्लू पर रेंटा मुर्मू हिरासत में
गौरतलब हो कि लापता महेंद्र के पैंट, शर्ट और जूते 25 फरवरी को बरामद हुए थे. पुलिस ने बच्चे की चाची रिंटी टुडू को 25 फरवरी को हिरासत में लिया था. वहीं बच्चे के कथित चाचा रेंटा मुर्मू (35) के मोबाइल से कुछ क्लू मिलने पर थाना लाया गया. उससे पूछताछ की गयी. उसने बताया कि बच्चे की हत्या कर शव पत्थर के नीचे दबाया गया है.
इसके बाद शाम को पुलिस उसे लेकर बताये जगह पर गयी. पत्थरों को पुलिस ने हटाया, लेकिन लाश नहीं मिली. बताया जाता है कि आरोपी महिला रिंटी टुडू ने रेंटा मुर्मू का आधार नंबर देकर सिम लिया है. इसी आधार पर पुलिस उसे थाना लाकर पूछताछ कर रही है.
हिरासत में ली गयी चाची ने अबतक कुछ नहीं बताया
दूसरी ओर हिरासत में ली गयी महिला रिंटी टुडू पुलिस को अबतक स्पष्ट रूप से कुछ नहीं बता रही है. वहीं हिरासत में लिया गया रेंटा मुर्मू ने पुलिस को गुमराह किया. वैसे बच्चे का पैंट, शर्ट और जूते को खोलना समझ से परे है. अगर उसकी हत्या हुई है तो हत्यारों ने पैंट, शर्ट और जूते को खेत में फेंक कर सुराग क्यों छोड़ दिया. आशंका है कि महेंद्र ने शायद कुछ ऐसा देख लिया था कि उसकी हत्या का कारण बन गयी.
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