चाकुलिया : चाकुलिया प्रखंड में जन वितरण प्रणाली वन मैन शो की पर्याय बन गयी है. नतीजतन यह व्यवस्था चरमरा गयी है. हर रोज नये-नये घोटाले का भंडाफोड़ हो रहा है. चावल से वंचित कार्डधारी विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं के नेतृत्व में ब्लॉक ऑफिस तथा एसएफसी गोदाम में आकर हंगामा कर रहे हैं. बीस सूत्री कमेटी की बैठक में भी घोटालों की आवाज सुनायी पड़ती है. इन सभी मामलों की जांच के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति हो रही है. प्रखंड के सहकारिता प्रसार पदाधिकारी उमेश यादव प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी, एसएफसी के गोदाम प्रबंधक, एफसीआइ मे लिफ्टिंग इचार्ज के प्रभार में हैं.
यानी की खाद्यान्न उठाव, खद्यान के वितरण तथा वितरण की जांच का जिम्मा उन्हीं पर है. बीस सूत्री के अध्यक्ष शंभू नाथ मल्लिक ने आरोप लगाया कि डाकिया योजना के तहत सबरों को जून का चावल नहीं बांटा गया. डाकिया योजना को चावल सबरों को घर नहीं पहुंचाया जाता है. श्री मल्लिक ने आरोप लगाया कि गोदाम से 32 क्विंटल चीनी गायब है. उन्होंने इसकी शिकायत खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री सरयू राय से की और ब्लॉक में सबरों को दिये जा रहे चावल की सीडी बना कर भेजी.
इसके बाद भाजपा नेता समीर महंती ने एसएफसी गोदाम में हंगामा किया और कहा कि अप्रैल का चावल कालाबाजार में बेच दिया गया. भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ दिनेशानंद गोस्वामी उपायुक्त से मिले और शिकायत करते हुए जांच की मांग की. इन सभी मामलों में उमेश यादव का कहना कि आरोप निराधार हैं. इसके बाद मामले की जांच आइएएस अधिकारी ने यहां आकर की. इसके बाद विधायक कुणाल षाड़ंगी ने रांची में संवाददाता सम्मेलन कर इन मामलों का खुलासा करते हुए जांच की मांग की. बावजूद यहां की जन वितरण प्रणाली वन मैन शो बनी हुई है और सबर माह जून के तथा आम कार्डधारी दो माह के अनाज के लिए ब्लॉक ऑफिस तथा एसएफसी गोदाम का दरवाजा खटखटा रहे हैं.