बहरागोड़ा : 1940 में स्थापित बहरागोड़ा खंडामौदा ओड़िया प्लस टू हाई स्कूल सरकारी उपेक्षा का दंश झेल रहा है. शिक्षकों की कमी के कारण यहां पढ़ने वाले 343 विद्यार्थियों के भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है. स्कूल में कंप्यूटर भवन और तीन कंप्यूटर हैं. मगर कंप्यूटर के शिक्षक नही हैं. इससे विद्यार्थी कंप्यूटर शिक्षा से वंचित हैं.
प्लस टू दर्जा, मगर शिक्षक नहीं
इस हाई स्कूल को तीन संकाय में प्लस टू की पढ़ाई का दर्जा मिला है. मगर एक भी शिक्षक पदस्थापित नहीं है. इससे वाणिज्य तथा गणित संकाय में नामांकन नहीं हुआ है. कला में 24 विद्यार्थी नामांकित हैं. इन विद्यार्थियों को बीएड तथा हाई स्कूल के शिक्षक पढ़ाते हैं.
हाई स्कूल में सिर्फ तीन शिक्षक
हाई स्कूल में प्रधानाध्यापक समेत 11 शिक्षकों के पद सृजित हैं. मगर प्रधानाध्यापक समेत सिर्फ तीन शिक्षक ही पदस्थापित हैं. शिक्षक हिमांशु प्रहराज ओड़िया, उमा वखला हिंदी तथा प्रधानाध्यापक सुरेंद्र प्रसाद गणित पढ़ाते हैं. अन्य विषयों की पढ़ाई नहीं के बराबर होती है. बावजूद इस स्कूल की मैट्रिक परीक्षा का परिणाम बेहतर रहता है. स्कूल में कंप्यूटर भवन है. तीन कंप्यूटर भी हैं. मगर शिक्षक के अभाव में कंप्यूटर की शिक्षा नहीं दी जाती है.
स्कूल की चहारदीवारी नहीं
1940 में स्थापित इस विद्यालय की चहारदीवारी का निर्माण नहीं हुआ है. इससे परेशानी हो रही है. रात में विद्यालय असामाजिक तत्वों का अड्डा बन जाता है. स्कूल परिसर में शराब की खाली बोतलें पायी जाती हैं.
ओड़िया माध्यम की पुस्तकें नहीं
इस स्कूल के विद्यार्थियों की विडंबना है कि ओड़िया माध्यम की पुस्तकों का अभाव है. इससे पढ़ाई में कठिनाई हो रही है. सरकार द्वारा ओड़िया माध्यम की पुस्तकें नहीं दी जा रही है. वहीं बाजार में भी ओड़िया माध्यम की पुस्तकें उपलब्ध नहीं है. प्रधानाध्यापक सुरेंद्र प्रसाद ने बताया कि विद्यालय की समस्याओं से विभाग को कई बार अवगत कराया गया. मगर अब तक कोई पहल नहीं हुआ है.