केंद्रीय विद्यालय के बंदी की घोषणा होते ही भड़का आक्रोश
घाटशिला : केंद्रीय विद्यालय सुरदा मंगलवार एक अप्रैल से बंद हो गया. स्कूल की बंदी की घोषणा प्राचार्य जोसेफ मुंडू ने मंगलवार को प्रार्थना सभा के समय की. बंदी की नोटिस स्कूल में चिपकाये जाने के बाद अभिभावक आक्रोशित हो गये और प्राचार्य को उनके कार्यालय में घेर लिया. महिलाओं ने शिक्षिकाओं को गेट से बाहर निकलने नहीं दिया.
तीन घंटे बंधक बनीं शिक्षिकाएं
महिला अभिभावकों ने लगभग तीन घंटे तक स्कूल की शिक्षिकाओं को बंधक बनाये रखा. तीन बजे शिक्षिकाओं को मुक्त किया गया. प्राचार्य ने विद्यार्थियों से अपील की
कि वे कल बुधवार से स्कूल नहीं आयें. जिन विद्यार्थियों ने वार्षिक परीक्षा दी थी, वे अपना परीक्षा परिणाम क्लास टीचर से लें. मंगलवार को भी कक्षा पहली से 11वीं तक के विद्यार्थियों के बीच प्रगति रिपोर्ट वितरित की गयी. कुछ ही बच्चा मंगलवार को प्रगति रिपोर्ट ले पाये. इधर स्कूल की बंदी की नोटिस देख कर अभिभावक भड़क गये और इसकी शिकायत एसडीओ के आवासीय कार्यालय जाकर की.
प्रशासन स्कूल बचाने के लिए प्रयासरत है और स्कूल के शिक्षक और संगठन स्कूल को बंद करना चाहते हैं. केवी संगठन को भवन की जरूरत है. मैं सभी काम छोड़ कर भवन उपलब्ध कराने का प्रयास करुंगा, संगठन स्कूल की बंदी का नोटिस वापस ले.
-गिरिजा शंकर प्रसाद, एसडीओ
अभिभावकों ने दी सामूहिक आत्मदाह की चेतावनी
घाटशिला : केंद्रीय विद्यालय बंद होने की घोषणा होते ही अभिभावक आक्रोशित हो उठे हैं. विप्लवेश मिश्र की अध्यक्षता में स्कूल परिसर में अभिभावक संघ की बैठक में निर्णय लिया गया कि अगर बुधवार को स्कूल के प्राचार्य लिखित जानकारी नहीं देते हैं, तो उनके कार्यालय में सुभाष मिश्र, विप्लवेश मिश्र, मेरियम राय चौधरी और विनोद सिंह सामूहिक रूप से आत्मदाह करेंगे. सुभाष मिश्र ने बताया कि जब केवी सुरदा का भवन सुरक्षित नहीं है और प्रशासन उक्त भवन की जगह दो माह के लिए स्कूल दूसरे भवन में चलाने का आदेश मांग रहा है, तो प्राचार्य प्रशासन को ऐसा करने की लिखित सूचना दे, ताकि प्रशासन अपने स्तर से दूसरे भवन में दो माह के लिए स्कूल का संचालन करें और तब तक आइसीसी प्रबंधन स्कूल भवन की मरम्मत कराये.