दुमका : झारखंड स्टेट हेल्थ सर्विस एसोसिएशन रांची और आइएमए के आह्वान पर सरकारी डॉक्टरों की हड़ताल दूसरे दिन भी जारी रही. डॉक्टर के हड़ताल पर रहने के कारण ओपीडी सेवा पूरी तरह से बंद रही. जिस कारण शहर एवं गांव से आए सैकड़ों मरिजों को बिना इलाज के ही लौट कर जाना पड़ा. शीला […]
दुमका : झारखंड स्टेट हेल्थ सर्विस एसोसिएशन रांची और आइएमए के आह्वान पर सरकारी डॉक्टरों की हड़ताल दूसरे दिन भी जारी रही. डॉक्टर के हड़ताल पर रहने के कारण ओपीडी सेवा पूरी तरह से बंद रही. जिस कारण शहर एवं गांव से आए सैकड़ों मरिजों को बिना इलाज के ही लौट कर जाना पड़ा. शीला हांसदा,
मीना हांसदा, रोहित कुमार आदि ने बताया कि सदर अस्पताल में इलाज कराने आये है. अस्पताल के लोगों का कहना है कि डॉक्टर हड़ताल पर जिस कारण इलाज नहीं हो सकेगा. झारखंड राज्य में मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की मांग को लेकर सभी सरकारी डॉक्टर 28 सितंबर को ही कार्य का बहिष्कार करते हुए ओपीडी सेवा पूरी तरह से ठप कर दिया है. लेकिन आपातकालीन सेवा दिया जा रहा है, प्रसव कार्य, पोस्टमार्टम, सिजेरियन ऑपरेशन आदि चीजों को हड़ताल से मुक्त रखा गया है.
आज गैर सरकारी डॉक्टर भी करेंगे कार्य बहिष्कार
डॉक्टरों के हड़ताल पर चले जाने के कारण शहर और गांव से आये मरीजों को खासा परेशानी हुई. वही सरकारी डॉक्टर के हड़ताल और प्रोटेक्शन एक्ट के समर्थन में गैर सरकारी डॉक्टर भी 30 सितंबर को कार्य का बहिष्कार करेंगें. डॉक्टर एनके झा, एके सिंह, बीके सिन्हा, अरुण कुमार आदि ने बताया कि आये दिन डॉक्टरों के साथ दुर्व्यवहार और मारपीट होते रहती है. इसी को लेकर डॉक्टर झारखंड में प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की मांग कर रही है. जिसमें गैर सरकारी डॉक्टरों का भी समर्थन है.