दुमका : मध्यस्थतों के तीन दिवसीय रिफ्रेसर ट्रेनिंग का मंगलवार को दुमका परिसदन मे विधिवत शुरुआत की गई. इस अवसर पर जिला विधिक प्राधिकार के सचिव संजय कुमार दुबे, प्रशिक्षक मध्यस्थ उर्मिला शर्मा एवं संजीव कुमार सिंह ने दीप प्रज्जवलित कर प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन किया. अपने उद्बोधन में डालसा के सचिव ने कहा कि मध्यस्थता भारत के लिए कोई नई प्रक्रिया नही है, यह भारत मे हजारो साल पूर्व से चली आ रही है।
महाभारत के समय में भगवान श्रीकृष्ण ने भी पाण्डव एवं कौरवो के बीच मध्यस्थ की भूमिका निभाई थी. उन्होने बताया कि 3 दिनो तक चलने वाले इस ट्रेंनिंग मे दुमका एवं पाकुड जिले के 10 प्रशिक्षित मध्यस्थतो को 20 घंटे की ट्रेंनिग दी जायेगी. प्रशिक्षित मध्यस्थ इस ट्रेंनिंग के पश्चात मध्यस्थता मे आ रही व्यवहारिक कठिनाईयो को दूर कर पायेंगे और ज्यादा से ज्यादा मामले मध्यस्थता के माध्यम से सुलझाने में सक्षम हो पायेंगे. प्रशिक्षण कार्यक्रम दुमका से मध्यस्थ अधिवक्ता कुमार प्रभात, शैलेन्द्र नारायण, राजेन्द्र प्रसाद, भीम मंडल, मंटु मुर्मू, पाकुड से अंबुज कुमार वर्मा, मो नसिमुद्दीन शेख, समीर कुमार मि श्रा आदि हिस्सा ले रहे है.