रानीश्वर : आसनबनी की एक सार्वजनिक जमीन पर गांव के ही दो लोगों द्वारा कब्जा कर निर्माण कार्य शुरू करने की शिकायत ग्रामीणों ने कल्याण मंत्री से की है़ ग्रामीणों ने अंचलाधिकारी और अन्य पदाधिकारियों से भी इसकी शिकायत कर अनाबादी जमीन पर कब्जा हटाने की मांग की है़ ग्रामीणों ने बताया है कि गांव […]
रानीश्वर : आसनबनी की एक सार्वजनिक जमीन पर गांव के ही दो लोगों द्वारा कब्जा कर निर्माण कार्य शुरू करने की शिकायत ग्रामीणों ने कल्याण मंत्री से की है़ ग्रामीणों ने अंचलाधिकारी और अन्य पदाधिकारियों से भी इसकी शिकायत कर अनाबादी जमीन पर कब्जा हटाने की मांग की है़ ग्रामीणों ने बताया है कि गांव के दाग नंबर 225 में दस कट्ठा जमीन अनाबादी है़ उसी जमीन पर गांव के दो लोगों ने गलत ढंग से कब्जा कर एक सरकारी भवन का निर्माण कार्य शुरू कर दिया है.
जिस जमीन पर निर्माण कार्य करा रहे हैं. वहां काली मंदिर तथा बजरंगबली मंदिर भी है़ सोलह आना रैयत शादी विवाह में उसी जमीन पर विभिन्न प्रकार के रस्म भी अदा करते हैं. ग्रामीणों ने मंत्री व पदाधिकारी से निर्माण कार्य को रोकने तथा जमीन की जांच कराने की मांग की है़
2012 की घटना की न हो पुनरावृत्ति, सक्रिय दिखा प्रशासन
वर्ष 2012 के मोड़े मांझी की बैठक के दौरान हुई घटना की पुनरावृत्ति न हो इसके लिए खासतौर पर प्रशासन सक्रिय रहा. रानीश्वर प्रखंड के सालतोला पंचायत के ही पारपलसा गांव में 2012 में जमीन विवाद को लेकर मोड़े मांझी की बैठक बुलायी गयी थी़ जिसमें अंतिम समय में विवाद गहरा गया था और पुलिस बल को आंसू गैस के गोले दागने पड़े थे़ साथ ही उग्र भीड़ को नियंत्रण करने के लिए अंत में गोली भी चलानी पड़ी थी़ जिसमें चार लोग जख्मी भी हुए थे और कुछ पुलिस कर्मी भी घायल हो गये थे़ गोली लगने से गंभीर रूप से जख्मी एक युवती की इलाज के क्रम में मृत्यु हो गयी थी़ इस बार भी किसी तरह की चुक न हो इसके लिए पुलिस व प्रशासन पहले से ही सर्तक थी़ पारपलसा में मोड़े मांझी की बैठक में तत्कालीन बीडीओ गौतम कुमार भगत, अनुमंडलाधिकारी, अन्य दंडाधिकारी पुलिस पदाधिकारी तथा भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद थे़