दलाही (दुमका) : दुमका-जामताड़ा मुख्य मार्ग के रानीघाघर पुल के पास सोमवार को वज्रपात की चपेट में आने से पति-पत्नी की घटना स्थल पर ही मौत हो गयी. घटना शाम 4 से 5 बजे के बीच की बतायी जा रही है. प्राप्त जानकारी के अनुसार, रानीघाघर पंचायत अंतर्गत जामजोड़ी गांव निवासी मुकेश हेंब्रम अपनी पत्नी सुहागनी सोरेन एवं एक वर्षीय बेटी मनी के साथ अपने ससुराल गोलबंधा पंचायत के हतियापाथर गांव जा रहा था.
इसी बीच रानीघाघर नदी के पास पहुंचते ही बारिश शुरू हो गई. बारिश से बचने के लिए उसने अपनी पत्नी व बच्चे के साथ नदी किनारे पलाश के एक पेड़ के नीचे सहारा लिया था. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि इसी दौरान वज्रपात हुई और उसके चपेट में दंपति आ गये और दोनों की मौत घटना स्थल पर हो गयी. सूचना पाकर मसलिया थाना पुलिस घटना स्थल पर पहुंची.
रानीघाघर
जामजोड़ी निवासी मुकेश हेंब्रम अपनी पत्नी के साथ ससुराल गोलबंधा जा रहा था
बारिश से बचने के लिए पलाश के एक पेड़ के नीचे लिया सहारा
वज्रपात से पति-पत्नी की मौत
गोद में बैठी तीन वर्षीय बच्ची बची
बच गयी एक वर्षीय मनी : जाको राखे साईया मार सके न कोई इस बात का उदाहरण सोमवार को रानीघाघर पुल के समीप देखने को मिला. वज्रपात की चपेट में आने से जिस दंपति की मौत हो गयी, वहीं मां की गोद में एक वर्षीय बेटी मनी सही सलामत बच गयी. प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो बारिश से बचने के लिए दंपती जब पलाश के पेड़ के पास खड़े थे, उस वक्त एक वर्षीय मनी अपनी मां के गोद में ही थी. वज्रपात के दौरान अपनी मां के गोद से छीटक कर वह खेत में जा गिरी थी.