बासुकिनाथ : ग्रामीण विकास मंत्रालय भारत सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा संचालित राष्ट्रीय ग्रामीण आजिविका मिशन के अन्तर्गत सोमवार को जरमुंडी में पांच दिवसीय मास्टर बुक कीपर प्रशिक्षण समापन हुआ. स्वयं सहायता समूहों के सक्रिय महिलाओं को प्रशिक्षण दिया गया. प्रखंड विकास पदाधिकारी संजय कुमार दास एवं एलइओ प्रमिला हांसदा की उपस्थिति में कार्यक्रम का समापन हुआ.
बीडीओ ने कहा कि इस प्रशिक्षण का मुख्य उदद्वेश्य खाता संधारण, रख रखाव, लेखा जोखा का सम्पादन करने के अलावे ग्यारह विंदुओं पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि समूह के माध्यम से गरीबी उन्मुलन के लिए प्रयास करना है. बेरोजगार महिलायें प्रशिक्षण प्राप्त कर आत्मनिर्भर बनें. प्रशिक्षक आरती वर्मा द्वारा प्रखंड के चयनित 30 सक्रिय महिलाओं को प्रशिक्षण की बारिकियों से अवगत कराया. महिला एसएचजी ग्रुप के सक्रिय सदस्यों को प्रशिक्षण दिया गया है.
चिन्हित ग्रुप की महिलाओं को लेखा पाल का कार्य करने के लिए विशेष प्रशिक्षित किये जाने की आवश्यकता है. प्रशिक्षक आरती वर्मा ने बैठक रजिस्टर, बचत खाता, ऋण खाता, वित्तिय पंजी खाता, सदस्यता पासबुक, नगद रजिस्टर खाता, सामान्य रजिस्टर खाता, लेखांकन के भाग एवं महत्व, बैठक प्रस्ताव पुस्तक लिखाने का तरीका, ऋण पुस्तक की भाषा लिखने, बैंक से प्राप्त सूद का उपयोग करने एवं विभिन्न पंजी को प्रत्येक माह अपग्रेड करने के बारे में विस्तार से बताया. मौके पर कमल एसएचजी, कलावती समूह, मालती, दुर्गा, रोशनी, गुलाब एसएचजी सहित दर्जनों समुह की महिलाएं मौजूद थी.