दुमका : नशाखोरी, धूम्रपान, रेंगिंग, पेरेन्ट्स केयर व अन्य से संबंधित जानकारियों के लिये दिन रविवार को सिदो कान्हू उच्च विद्यालय दुमका में दिन रविवार को जिला विधिक सेवा प्राधिकार के तत्वावधान में विधिक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. ड्रग एडिक्ट लोगों को क्या कुछ भुगतना पड़ता है तथा वे समाज, घर-परिवार से कैसे अलग-थलग होकर रहने को विवश हो जाते हैं. संंबंधित जानकारी बच्चों के बीच साझा की गईं.
अवसर पर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी राधा कृष्ण, सब जज व डीएलएसए के सचिव अमरेश कुमार, रजिस्ट्रार सिविल कोर्ट एसके दुबे, एसडीजेएम सचिन्द्र बिरुआ, स्थायी लोक अदालत के सदस्य सत्येन्द्र सिंह, अधिवक्ता किरण तिवारी व विद्यालय के डायरेक्टर प्रदिप्त बनर्जी ने अपने-अपने विचार व्यक्त किये.
वक्ताओं ने कहा कि नवयुवकों, किशोरों व बालकों में ड्रग्स व इसके उपयोग से राष्ट्रीय स्वास्थ्य व अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुआ है. नशीले पदार्थों के सेवन का इतिहास तो पुराना है, किन्तु पिछले 15-20 वर्षों से युवकों, किशोरों व बालकों में इसके सेवन के प्रति असाधारण रूप में बढ़ती प्रवृत्ति से देश के युवा लगातार ग्रसित होते जा रहे हैं.