दुमका : रांची की तरह ही उपराजधानी दुमका में पेयजल संकट गहरा सकता है और शहरी जलापूर्ति व्यवस्था ठप हो सकती है. जो स्थिति मार्च-अप्रैल के महीने में दिखती, उससे भी भयावह स्थिति नवंबर महीने के शुरुआती दिनों में ही दिखने लगा है. दरअसल सिंचाई के लिए मसानजोर डैम से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है.
पिछले दिनों जब तेज बारिश हुई थी और नदी उफान पर थी,डैम का जलस्थतर बढ़ने लगा था, तो इस डैम के अधिकांश फाटक खोलवा दिये गये थे. लेकिन बारिश थमने और डैम का जलस्तर सामान्य हो गया, तब भी डैम के फाटक को खोलकर बंगाल को पानी दिया जाता रहा था. बास्कीचक में बनाये गये शंप हाउस में पानी का उठाव करने के लिए लगाये गये फिल्टर अब जलस्तर से उपर दिख रहे हैं. एक ही फिल्टर पानी में डूबा हुआ है. यही स्थिति रही, तो शहरी जलापूर्ति व्यवस्था ठप हो जायेगी.