दुमका : दुर्गापूजा के अवसर पर यज्ञ मैदान में लगा मेला घड़ा उतारने की प्रतियोगिता के साथ संपन्न हो गया. इस प्रतियोगिता में कुल चौदह टीमों ने भाग लिया था. ग्रीस लगे लगभग पैंतीस फीट ऊंचे खंभे से पीतल के घड़े को उतारने में शिकारीपाड़ा की टीम सफल रही.
हंसी का फ व्वारा नाम से बिख्यात घड़ा उतारो प्रतिस्पर्धा को देखने के लिए भी खूब भीड़ जुटी थी. प्रतिस्पर्धा में इस साल भी लकड़ी के ऊंचे स्तंभ में ग्रीस लगा कर खंभे को फिसलनदार बनाया गया था तथा इसके शीर्ष पर पीतल का कलश टांगा गया था.
गुजरात और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में दही–हांडी की तर्ज पर संताल बहुल इलाके के इस लोक प्रिय इस खेल का आनंद यहां के लोग खूब उठाते हैं.
प्रतिस्पर्धा में अलग–अलग टीमों ने हिस्सा लिया और बारी–बारी से खंभे पर चढ़ कर कलश उतारने का प्रयास का प्रयास करते हैं. घड़ा उतारने की कोशिश और बार–बार फिसल कर टीम के खिलाड़ियों के बिखरने का आनंद उठाने के लिए ग्रामीण क्षेत्र से भी लोग बाल–बच्चों सहित यज्ञ मैदान पहुंचे थे.
प्रतियोगिता में जिन स्थानों की टीमों ने भाग लिया था, उनमें तालाडीह, महुआडंगाल, जिला स्कूल हॉस्टल नंबर-2, हिजला, रानीडीहा, शिकारपुर, ननकु–कुरुवा, गमरा, दासोराय, लोदा, गुहियाजोरी एवं खैरबनी की टीम शामिल थीं.
प्रतियोगिता को सफल बनाने में यज्ञ मैदान दुर्गा पूजा समिति के अध्यक्ष प्रदीप कुमार मेहारिया, उपाध्यक्ष दिलीप कुमार भुवानियां, सचिव राजेश दारुका, सह सचिव गुड्डू भालोटिया, कोषाध्यक्ष शिव केजरीवाल, राजकुमार मोदी, विजय जोशी, पवन पटवारी, अंकित मोदी, अंकित संतालिया, प्रवीण कुमार मेहारिया, निखिल मोदी, वार्ड पार्षद मनोज दारुका आदि ने अहम भूमिका निभायी.
संचालन संजय शर्मा ने किया. पारितोषिक का वितरण नगर परिषद अध्यक्षा अमिता रक्षित ने किया, जबकि प्रतियोगिता का उद्घाटन डीआइजी प्रिया दूबे एवं एसपी निर्मल कुमार मिश्र ने किया था.
विजेता टीम को 2100 रुपये नगद, पीतल का कलश दिया गया. वहीं सभी प्रतिभागी टीम को 1100 रुपये नगद एवं टी शर्ट प्रदान किये गये.