आनंद जायसवाल
दुमका : उपराजधानी दुमका में विकास कार्यों में जमकर अनियमितता हो रही है, पर देखनेवाला कोई नहीं है. पहले सरैयाहाट में निर्माणाधीन पुल गिरा था, बाद में दुमका रामपुरहाट मार्ग में बनते के साथ पुल में चिप्पी लगानी पड़ी थी. अब नया मामला जो सामने आया है, वह है उपर मुर्गाथली से हेठ मुर्गाथली तक बनी सड़क का.
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बनी यह सड़क हल्की बारिश में बह गयी है. सड़क के कटकर बहने से उसके काम की गुणवत्ता भी झलकने लगी है. कायदे से इस पथ के बनाने में न तो रोलर चलाया गया है और न ही उपरी सतह में बिटुमिन वर्क सही दिखता है. पुलिया के पास जो गार्डवाल बनाया गया है, वह भी दरक रहा है. बोल्डर की जोडाई सही ढंग से नहीं किये जाने से वे भसक रहे हैं. पुलिया पर मिट्टी भरने के बाद रोलर नहीं चलाये जाने की वजह से उसमें सुरंग सा गड्ढा हो गया है.
25 मई को पहुंचे थे सीएम, की थी लंबी-चौड़ी घोषणाएं
मई महीने के अंत में जब सीएम दुमका आये थे, तब उन्होंने किसी पहाड़िया गांव जाने की इच्छा जतायी थी. इसी ऊपर मुर्गाथली गांव में उन्होंने 25 तारीख को राज्य और जिला के पदाधिकारियों को लेकर जन संवाद का कार्यक्रम किया था. कहा था जो सड़क बन रही है, उससे गांव में विकास की गति तेज होगी. महिलाएं सशक्त होंगी. दस दिनों में सबका खाता खुलेगा. पानी की कमी दूर होगी. 24 घंटे में बोरिंग करायी जायेगी. अब सीएम की घोषणाएं भी कोरी सािबत हुई.
अभियंता कह रहे, प्राकृतिक आपदा में बही सड़क
इस मामले में विभाग के सहायक अभियंता उदय शंकर सहाय ने कहा है कि सड़क को यह क्षति हुई है, वह प्राकृतिक आपदा की वजह से हुई है. इस सड़क को संवेदक को पांच साल तक मैनटेंनेंस करना है. 15 दिनों के अंदर मैनटेंनेंस कार्य कराया जायेगा.
क्या-क्या कहा था सीएम ने
24 घंटे के अंदर होगी बोरिंग
वास्तविक स्थिति बोरिंग तो हुई, पर उसमें न तो चापानल लगा, न तो उस बोरिंग से पानी निकालने की व्यवस्था हुई. ग्रामीणों की शिकायत, जो बोरिंग हुई, वह भी सीएम के कार्यक्रम के पहले थी स्वीकृत.