महालया के अवसर पर पं बीएन झा पथ स्थित तक्षशिला विद्यालय सभागार में भव्य देवी कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसमें विद्यालय के बच्चे-बच्चियों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया. बच्चों ने गीति नाटय़ के माध्यम से आसुरी शक्ति व अहंकार का नाश निश्चित होने का संदेश दिया. कार्यक्रम का शुभारंभ शाम 6:30 बजे भक्ति रस से सराबोर उदघाटनी नृत्य संगीत या देवी सर्वभूतेषु के साथ किया गया. इस दौरान लगभग एक घंटे तक राक्षसों का आतंक, देवताओं व ऋषियों को परेशान करने के लिए असुर सेना का देवलोक पर आक्रमण, कात्यायनी ऋषि के आश्रम में हवन, मां दुर्गा के अलौकिक रूपों का दर्शन, देवताओं का ब्रह्म व भगवान शिव के पास विनती, मां दुर्गा का आविर्भाव, देवी दुर्गा को अस्त्र-शस्त्र प्रदान, महिषासुर वध, दशमी विहित पूजन सिंदूर खेल आदि भव्य प्रस्तुति की गयी.
कार्यक्रम में बुराइयों एवं अहंकार का प्रतीक राक्षस महिषासुर का वध कर सबकों कष्टों से त्रण दिलाते हुए दिखाया गया. इसका समापन विद्यालय प्रबंध निदेशक कृष्णानंद झा, एसडीओ जय ज्योति सामंता, आरक्षी अधीक्षक राकेश बंसल अतिथियों के आशीर्वचन व शिक्षक देवाशीष मंडल के धन्यवाद ज्ञापन के साथ किया गया. इसे सफल बनाने में विनिता बाला नाथ, पुवाली नाथ, विश्वजीत दास, देवाशीष सिकदर, अरिजीत बासु, सुमंत मित्र सहित रूपसा, प्रिया घोष, वृष्टि, आयूषि, चंद्रकांत, अरुण लोध, सन्नी, रितु आदि ने छात्र-छात्रओं सराहनीय भूमिका निभायी. मौके पर डा मोती लाल द्वारी, चंद्रमा सिंह, गौरीशंकर राय, रमेश बाजला, विद्या बाबू, श्याम किशोर सिंह, रामनाथ शर्मा, पार्षद शैलजा देवी, सुबोध झा, गुलाब फलाहारी, प्रदीप सिंह देव आदि दर्जनों लोग उपस्थित थे.