आनंद जायसवाल
दुमका : एशियन डेवलपमेंट बैंक संपोषित गोविंदपुर-साहिबगंज पथ परियोजना दो बार के अवधि विस्तार के बाद भी समय पर पूरा होता नहीं दिख रहा है. संताल परगना के लिए लाइफ लाइन माने जाने वाले इस प्रोजेक्ट के तहत बनने वाली उच्चस्तरीय पथ के निर्माण की गति बेहद धीमी है.
खासकर इसके पैकेज-2 का काम बहुत ही सुस्त रफ्तार से चल रहा है. इन दिनों तो इस पैकेज के अधिकांश साइट पर निर्माण कार्य तो ठप ही पड़ा हुआ है. पैकेज-2 में तो अब तक 35 प्रतिशत ही कार्य हो सके हैं. इस पैकेज में चार बड़े और दर्जन भर छोटे पुल बनने हैं. सभी पुल निर्माणाधीन ही हैं. पैकेज तीन में 55-56 प्रतिशत कार्य हो सका है. इस पैकेज में भी चार बड़े पुल हैं, जिनमें से तीन में काम चल रहा है. वनक्षेत्र में पड़ने तथा क्लीयरेंस नहीं मिलने की वजह से एक पुल के निर्माण का काम शुरू ही नहीं हो सका है.
वनक्षेत्र में पड़ने तथा क्लियरेंस नहीं मिलने की वजह से इस पैकेज में कुल 14 किमी सड़क पर किसी तरह का काम शुरू नहीं हो पाया है.
एडीबी से लिया गया है 20 करोड़ अमेरिकी डॉलर ऋण
एशियन डेवलपमेंट बैंक ने इस पथ के निर्माण के लिए 20 करोड़ अमेरिकी डॉलर का ऋण स्वीकृत किया था, जो पूरी परियोजना की लागत का लगभग 83 प्रतिशत था. इस प्रोजेक्ट के लिए भारत सरकार, एशियन डेवलपमेंट बैंक तथा झारखंड सरकार के बीच 16 जुलाई 2010 को एकरारनामा हुआ था.