दुमका : सदर अस्पताल की महिला चिकित्सक डॉ श्वेता बाखला को अस्पताल उपाधीक्षक डॉ दिलीप केशरी ने सोमवार को जच्चा-बच्चा की मौत के मामले में स्पष्टीकरण पूछा है तथा 24 घंटे के अंदर जवाब देने को कहा है. डॉ केशरी ने बताया कि सदर अस्पताल में अभी तीन महिला चिकित्सक हैं. ऐसी व्यवस्था करने पर विचार किया जा रहा है कि रात में भी जेनरल डाॅक्टर की तरह कम से कम एक महिला चिकित्सक की ड्यूटी रहे. रात के वक्त ऐसी ड्यूटी में रहने पर दूसरे दिन उनकी सेवा ओपीडी में नहीं ली जायेगी.
उल्लेखनीय है कि डॉ बाखला के समय पर अस्पताल नहीं पहुंचने की वजह से गर्भवती महिला का सिजेरियन ऑपरेशन नहीं हो पाया था और दर्द से तड़पते हुए उसकी मौत हो गयी थी. डॉ बाखला को लाने के लिए सदर अस्पताल के दो कर्मी एंबुलेंस लेकर उनके आवास गये थे, पर वे आवाज दिये जाने और मोबाइल पर रिंग करने के बावजूद नहीं उठीं थी. जब सुबह वे पहुंची थी तो महिला की मौत हो गयी थी.