दुमका : डेढ़ साल से अलग रह रहे दंपती को पुन: मिलवाने में जिला विधिक सेवा प्राधिकार ने अहम भूमिका निभायी. राष्ट्रीय लोक अदालत में शनिवार को दोनों ने एक-दूसरे ने माला पहनाया तथा अब साथ-साथ रहने की बात कह कर राजी-खुशी से विदा हुए. दुमका मुफस्सिल थाना क्षेत्र के फसियाडंगाल के रहने वाले वासुदेव मंडल ने अपनी पत्नी सनोका देवी के विरुद्ध हिंदू विवाह अधिनियम की धारा 9 के तहत दांपत्य जीवन पुनरस्थापन के लिए कुटुंब न्यायालय में वाद दायर किया था.
दोनों की शादी 13 जून 2014 को हुई थी और 19 मार्च 2016 से वे अलग रह रहे थे. लोक अदालत में सनोका ने पति के साथ रहने पर रजामंदी जतायी तथा पति के साथ ससुराल जाने की इच्छा जतायी. इसके बाद प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश ब्रजेंद्र नाथ पांडेय की मौजूदगी में दंपती ने एक-दूसरे को माला पहनाया. प्रधान जिला जज ने दंपती के सुखी दांपत्य जीवन और उज्ज्वल भविष्य की कामना की. अवसर पर जिला न्यायाधीश प्रथम रिजवान अहमद, जिला न्यायाधीश चतुर्थ एसएन मिश्रा, अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी संजय कुमार दुबे एवं प्राधिकार के सचिव निशांत कुमार उपस्थित थे.