क्लिनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट (सीइए) संबंधित मामलों में गड़बड़ी को लेकर मंगलवार को उपयुक्त माधवी मिश्रा ने सिविल सर्जन डॉ चंद्रभानु प्रतापन को फटकार लगायी. मंगलवार को उपयुक्त माधवी मिश्रा की अध्यक्षता में समाहरणालय में पीसी-पीएनडीटी की बैठक हुई. इसमें पीसी -पीएनडीटी संबंधित मामलों के साथ सीइए से जुड़े दस्तावेजों को भी लाने का निर्देश उपायुक्त ने सिविल सर्जन को दिया था. सिविल सर्जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ समाहरणालय पहुंचे, लेकिन सीइए संबंधित फाइलें साथ नहीं ले गये. इसपर उपायुक्त माधवी मिश्रा ने नाराजगी जताते हुए सिविल सर्जन को फाइल लाने का निर्देश दिया. वहीं शाम को सीइए संबंधित फाइलों की देखरेख करने वाले कर्मचारियाें काे अपने कार्यालय बुलाकर पूछताछ की. इसी मामले को लेकर पीसीपीएनडीटी की बैठक को भी रद्द कर दी गयी.
गड़बड़ी कर लाइसेंस रिन्यू करने के कई मामले आ चुके हैं सामने :
हाल के दिनों में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी व कर्मियों द्वारा निजी अस्पताल व क्लिनिक के सीइए से संबंधित फाइलों में गड़बड़ी कर लाइसेंस रिन्यू करने के कई मामले सामने आ चुके हैं. कुछ मामलाें में जिले के विभिन्न जगहों पर फर्जी अस्पताल के संचालन की बात भी सामने आ चुकी है. गौर करने वाली बात यह है कि फर्जी अस्पताल व क्लिनिकों को भी अधिकारी व कर्मियों ने सांठ- गांठ कर लाइसेंस प्रदान कर दिया है. मामला स्वास्थ्य मुख्यालय के पास भी पहुंच चुका है. स्वास्थ्य विभाग के वरीय अधिकारियों ने धनबाद उपायुक्त को जांच का जिम्मा साैंपा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है