उन्होंने अपने पुत्र का दाखिला इस स्कूल में करवाया था. 25 मई को उनका बेटा घर आया तो स्कूल में खराब खाना मिलने और नाली साफ करवाने की बात अपने पिता को बतायी. अगले दिन उनकी पत्नी मुन्नी रजक बेटे के साथ स्कूल गयी और मामले की शिकायत की. वह बच्चे को स्कूल में ही छोड़ घर लौट गयी.
प्रदीप ने बताया कि 30 मई को जब स्कूल में फोन कर अपने बेटे से बात करनी चाही तो हेडमास्टर बात करवाने की जगह मामले को टालते रहे. थोड़ी देर के बाद उनके बच्चे ने ही फोन कर बताया कि हेड मास्टर ने उसे कमरे में बंद कर बुरी तरह पीटा है. इसके बाद बच्चे के परिजन उसे आकर स्कूल से ले गये. बुधवार को इसकी प्राथमिकी सरायढेला थाना में दर्ज करवायी गयी. छात्र प्रीतम के अनुसार हेड मास्टर हमेशा बच्चों से नाली और बरतन साफ करवाते हैं.