विदित हो कि 21 मार्च 17 को सरेशाम अपराधियों ने सरायढेला स्टील गेट के पास नीरज सिंह की गाड़ी पर अंधाधुंध फायरिंग कर नीरज सिंह, अशोक यादव, घोल्टू महतो व मुन्ना तिवारी की हत्या कर दी थी. पुलिस ने डब्लू मिश्रा को 11 अप्रैल 17 को जेल भेज दिया. उस पर हत्या के षडयंत्र में शामिल रहने और शूटरों के लिए कुसुम विहार में किराये के मकान की व्यवस्था कराने का आरोप है.
साक्षी नायर ने अदालत को बताया कि तीन अक्तूबर 03 को मेरी ए-शिफ्ट (सुबह) में ड्यूटी सर्जिकल आइसीयू में सुबह 7 बजे से 2 बजे दिन तक थी. उस समय आइसीयू में प्यार कली सागर नर्स, लालू हरिजन स्वीपर , सीमा देवी, हरिपद महतो व द्वारिका यादव वार्ड वाॅय थे. वार्ड में डाॅ डी मिश्रा, डाॅ वीके सिंह, डॉ एके मिश्र भी थे. मरीज प्रमोद सिंह को कैजुअल्टी वार्ड से आइसीयू वार्ड में लाया गया. लोग कह रहे थे गोली लगी है. मरीज होश-हवास में था. एक कोने पर पुलिस वाले कुछ लिख रहे थे. मेरे सामने बयान नहीं हुआ. बचाव पक्ष से अधिवक्ता शहनवाज व सहदेव महतो ने साक्षी का प्रतिपरीक्षण किया. विदित हो कि तीन अक्तूबर 2003 को बाइक सवार अपराधियों ने धनसार स्थित बीएम अग्रवाल कॉलोनी में घटना को अंजाम दिया था.