चिकित्सकों के नहीं आने से मरीजों को काफी परेशानी हुई. सिंगियाटांड़ की आसमा खातून (22) गंभीर रूप से बीमार थीं. बाद में डॉ डीके दास व प्रभारी डॉ पूनम के पहुंचने परबाद ही मरीजों का इलाज हो पाया.
ग्रामीण महेश गुप्ता, शेख गुलफान, शमशेर आलम, बबलू, नवीन ठक्कर, अनवर कुरैशी, वीरेंद्र सिन्हा दीपू आदि ने कहा कि सीएचसी की लचर व्यवस्था के कारण मरीज को परेशानी हो रही है. नियमित समय पर चिकित्सक नहीं आते हैं. व्यवस्था में जल्द सुधार नहीं किया हुआ तो आंदोलन किया जायेगा. वहीं प्रभारी डॉ पूनम का कहना है कि अस्पताल में चिकित्सकों की घोर कमी है. तीन चिकित्सकों के भरोसे अस्पताल चल रहा है.