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नीरज सिंह हत्याकांड : विधायक के संपर्क में थे डब्लू, संतोष और पंकज
धनबाद: पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह समेत चार लोगों की हत्या में शामिल अमन की गिरफ्तारी व टीआइ परेड में आदित्य राज द्वारा पहचान किये जाने को पुलिस बड़ी उपलब्धि मान रही है. जांच अधिकारी अब हत्याकांड के मास्टरमाइंड संतोष सिंह व पंकज सिंह की खोज में जुटे हैं. धनबाद पुलिस यूपी एसटीएफ के संपर्क […]
धनबाद: पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह समेत चार लोगों की हत्या में शामिल अमन की गिरफ्तारी व टीआइ परेड में आदित्य राज द्वारा पहचान किये जाने को पुलिस बड़ी उपलब्धि मान रही है. जांच अधिकारी अब हत्याकांड के मास्टरमाइंड संतोष सिंह व पंकज सिंह की खोज में जुटे हैं. धनबाद पुलिस यूपी एसटीएफ के संपर्क में है. दोनों के संबंध में अभी तक की जानकारियों के सत्यापन के लिए पुलिस टीम शीघ्र यूपी जायेगी. अनुसंधान आगे बढ़ाने के लिए पंकज की गिरफ्तारी अहम मानी जा रही है. बिना उसकी गिरफ्तारी के पुलिस नामजद व षड्यंत्रकारियों के खिलाफ ठोस साक्ष्य हासिल नहीं कर पायेगी.
वैसे जांच टीम तकनीकी अनुसंधान के सहारे संलिप्त लोगों तक धीरे-धीरे पहुंच रही है. सरायढेला थानेदार सह हत्याकांड के आइओ निरंजन तिवारी अब तक के अनुसंधान को केस डायरी में अंकित करने में लगे हैं. जेल में बंद धनजी व संजय की जमानत अर्जी पर सुनवाई के लिए कोर्ट ने केस डायरी तलब की है. आइओ तीन डेट पर डायरी प्रस्तुत नहीं कर सके हैं. अगली सुनवाई 17 मई को है. संभव है कि उस दिन पुलिस केस डायरी जमा कर दे. अनुसंधान में मिली जानकारी व साक्ष्य को केस में डायरी में अंकित किया गया है.
हत्या के पीछे राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता व रंजय हत्याकांड
पुलिस नीरज सिंह की हत्या राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता व रंजय हत्या का प्रतिशोध मान कर चल रही है. अधिकारी हत्या की प्लानिंग सिंह मैंशन में संतोष व पंकज द्वारा रचे जाने, धनजी व संजय के साथ पिंटू की संलिप्तता का दावा कर रहे हैं. अनुसंधान में डब्लू मिश्रा के खिलाफ शूटरों को ठहराने व सिंह मैंशन से जुड़े होने के पुख्ता सबूत मिले हैं. डब्लू, धनजी व संजय से पूछताछ व परिस्थितिजन्य साक्ष्य व टेक्निकल अनुसंधान के आधार पर विधायक संजीव सिंह को षड्यंत्रकारी बताया गया है. इसी आधार पर पुलिस कोर्ट से विधायक के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट हासिल की थी. अनुसंधान में डब्लू, संतोष व पंकज को विधायक के संपर्क में रहने का दावा किया गया है. संजय व धनजी विधायक कब्ही स्टाफ हैं.
मिर्जापुर कोतवाली की एफआइआर बड़ा आधार
संजय, धनजी व डब्लू ने कोर्ट में पुलिस पर मारपीट कर बयान लिखवाने का आरोप लगाते हुए बंदी आवेदन पत्र दे रखा है. शूटर अमन ने भी पुलिस के खिलाफ कोर्ट में बयान दिया था. कोर्ट ने अमन को लिखित देने को कहा है. टेक्निकल अनुसंधान, मोबाइल लोकेशन समेत कई ठोस साक्ष्य पुलिस अमन के खिलाफ होने की बात कह रही है. धनबाद पुलिस मिर्जापुर कोतवाली की वह एफआइआर बड़ा आधार मान रही है, जिसमें नीरज की हत्या में अमन अपनी संलिप्तता स्वीकार कर चुका है. यूपी एसटीएफ उसे होटल से हथियार समेत पकड़ी थी. अमन का मोबाइल लोकेशन 21 मार्च को हत्या के दिन धनबाद था. अमन मोबाइल से पंकज के संपर्क में था. दोनों मोबाइल का कॉल डिटेल पुलिस के पास है.
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