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नीरज सिंह व रंजय हत्याकांड के शूटरों का ठिकाना नेपाल!

धनबाद : नीरज सिंह हत्याकांड और रंजय सिंह हत्याकांड के वांछित शूटरों की तलाश में पुलिस की स्पेशल टीम चार दिनों से बिहार व यूपी में लगातार छापामारी कर रही है. किसी बड़ी सफलता की सूचना नहीं है. नीरज सिंह हत्याकांड : पुलिस ने यूपी से शूटरों को लाने वाले संतोष व शूटर पंकज के […]

धनबाद : नीरज सिंह हत्याकांड और रंजय सिंह हत्याकांड के वांछित शूटरों की तलाश में पुलिस की स्पेशल टीम चार दिनों से बिहार व यूपी में लगातार छापामारी कर रही है. किसी बड़ी सफलता की सूचना नहीं है.
नीरज सिंह हत्याकांड : पुलिस ने यूपी से शूटरों को लाने वाले संतोष व शूटर पंकज के तीन संबंधियों से यूपी में मंगलवार को घंटो पूछताछ की. तीनों ने संतोष व पंकज से जुड़े अन्य युवकों के बारे में बताया है. यूपी एसटीएफ की मदद से पुलिस संतोष व पंकज से जुड़े तीन-चार युवकों को खोज रही है. पुलिस को भरोसा है कि इन चारों युवकों के मिल जाने से पुलिस पंकज व संतोष के ठिकानों तक पहुंच सकती है. पुलिस सूत्रों का कहना है कि एक पखवारे से पंकज व संतोष लगातार बिहार व यूपी में ठिकाना बदलता रहा है. पुलिस को आशंका है कि ये लोग नेपाल भाग चुके हैं. दोनों के नेपाल भागने के बारे में ठोस जानकारी नहीं मिल पा रही है. दोनों ने हत्या के बाद पुलिस की बढ़ती दबिश देख अपना-अपना मोबाइल बंद कर रखा है. दोनों मोबाइल का उपयोग नहीं कर रहे हैं.
रंजय सिंह हत्याकांड : विधायक संजीव सिंह के खासमखास रंजय सिंह की हत्या में पुलिस कथित शूटर नंद कुमार सिंह उर्फ बबलू मामा उर्फ मामा की तलाश में बिहर में कैंप कर रही है.
पुलिस को पूर्व में सूचना मिली थी कि मामा ने नेपाल या भूटान में शरण ले रखी है. बबलू को आरोपी व समर्थक दोनों पक्षों से जान का खतरा है. बबलू को अभी आर्थिक मदद नहीं मिल पा रही है. लगातार पुलिस दबिश से परेशान बबलू सरेंडर करने की तैयारी में है. पुलिस बबलू के संरक्षण देने वालों पर भी नजर रख रही है. बबलू से जुड़े लोगों की गोपनीय तरीके से निगरानी की जा रही है. रंजय हत्याकांड में भी पुलिस अप्रैल माह में बड़ी कार्रवाई करने की तैयारी में है. पुलिस की सक्रियता से बबलू से जुड़े लोग परेशान हैं.
पुलिस बॉडीगार्ड देने में परहेज बरतने का निर्देश : सरकार व पुलिस मुख्यालय ने आपराधिक मामलों में आरोपित लोगों को बॉडी गार्ड देने या उसके लिए अनुशंसा करने से अफसरों को परहेज बरतने को कहा है. पूर्व की तरह जिला पुलिस की अनुशंसा से किसी को बॉडीगार्ड नहीं मिलेगा. स्पेशल ब्रांच की जांच रिपोर्ट व अनुशंसा के आलोक में ही किसी को बॉडी गार्ड दिया जायेगा. जिला में हाल के दिनों में बॉडी गार्ड मांगने का प्रचलन बढ़ा है.
डीसी व एसएसपी के पास ऐसे दर्जन भर से अधिक लोगों के आवेदन आये हैं. कई लोग बॉडी गार्ड लेकर अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर रहे हैं. स्पेशल ब्रांच ऐसे लोगों की सुरक्षा व खतरा की समीक्षा भी कर रहा है. इनमें दबंग घराने से जुड़े लोग भी शामिल हैं. कई लोगों को बॉडी गार्ड अगले माह क्लोज भी किया जा सकता है.

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