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कार्रवाई: वर्षों से स्कूल की कई एकड़ भूमि पर था एक दर्जन लोगों का कब्जा, अतिक्रमण मुक्त हुआ जिला स्कूल परिसर
धनबाद: अतिक्रमण में आने वाले घर और चहारदीवारी पर बारी-बारी से जेसीबी मशीन के साथ पहुंचे और उसे हटा लिया गया. इस दौरान किसी की एक न चली. कोई नोटिस की बात कहता रहा तो कोई समय देने की गुजारिश कर रहा था. अतिक्रमण करने वालों में अधिवक्ता से लेकर नेता तक शामिल थे. जदयू […]
धनबाद: अतिक्रमण में आने वाले घर और चहारदीवारी पर बारी-बारी से जेसीबी मशीन के साथ पहुंचे और उसे हटा लिया गया. इस दौरान किसी की एक न चली. कोई नोटिस की बात कहता रहा तो कोई समय देने की गुजारिश कर रहा था. अतिक्रमण करने वालों में अधिवक्ता से लेकर नेता तक शामिल थे. जदयू नेता पिंटू सिंह के घर की चहारदीवारी का कुछ हिस्सा भी अतिक्रमण में था, जिसे भी हटा दिया गया.
दी गयी थी मोहलत : अतिक्रमण करने वाले करीब 12 मकानों को पहले ही नोटिस देकर अतिक्रमण हटाने की मोहलत दी गयी थी. इसको देखते हुए कुछेक मकानों ने अपना अतिक्रमण हटाया भी था. हालांकि अधिकांश अतिक्रमण टीम को ही हटाना पड़ा. अवैध कब्जे को लेकर अधिकांश मकानों में पक्का निर्माण मसलन कमरे, घर की मुख्य दीवारों का निर्माण नहीं कराया गया था. कहीं गराज बना था तो कहीं चाहरदीवारी.
रहने दीजिए बागान : स्कूल की जमीन पर एक महिला ने ईंट से छोटी चहारदीवारी देकर सब्जी व फूलों का बागान लगा रखा था. जब यहां जेसीबी मशीन पहुंची तो महिला पौधों को नहीं कुचलने की गुजारिश करने लगी. इसको देखते हुए उसे दो घंटे के अंदर जमीन खाली करने को कहा गया, जिसके बाद वे अपना बागान हटाने में जुट गयीं.
स्कूल के लिए टूटा स्कूल
अपने घर को टूटता देखने के बावजूद लोग अतिक्रमण हटाने का विरोध नहीं जता पाये. दरअसल लोग खुद द्वारा किये गये अवैध कब्जे को जानते थे. इस दौरान एक निजी स्कूल भी टीम को तोड़नी पड़ी. सबसे अधिक नुकसान इसी रेडिएटिव पब्लिक स्कूल को हुआ. यहां रखे बेंच-डेस्क, पंखे समेत तमाम चीजें दीवारों के नीचे दब गयी. यहां नर्सरी से पांचवीं कक्षा तक की पढ़ाई होती थी. स्कूल के संचालक नर्मदेश्वर शर्मा ने बताया कि वर्ष 2003 से स्कूल चल रहा था. मैंने यह जमीन एक व्यक्ति से खरीदी थी. नहीं मालूम था कि जमीन जिला स्कूल की है. पहले बेटा स्कूल को चलाता था, फिर बीएस शर्मा चला रहे थे. कोई सामान नहीं हटा पाया. जो लोग स्कूल चला रहे थे, उन्हें पहले ही कहा गया था कि सामान हटा लें.
क्या बनना है परिसर में
डीइओ डॉ माधुरी कुमारी ने बताया कि स्कूल में कई निर्माण होने हैं. यहां भवन की मरम्मत होगी. चहारदीवारी का निर्माण होगा. साइंस सेंटर बनेगा व अन्य निर्माण होंगे. प्लस टू स्कूल होने के बाद अब स्कूल को करीब एक करोड़ का फंड भी मिलेगा.
जिला स्कूल व राज्य सरकार की करीब 10 एकड़ जमीन की पूर्व में मापी करायी गयी थी. 12 लोगों द्वारा अतिक्रमण किया गया था, जिसे हटा लेने को कहा गया था. कुछ लोगों ने अपना अतिक्रमण हटाया भी था. अतिक्रमण हटाने का कोई विरोध भी नहीं हुआ.
प्रकाश कुमार, अंचलाधिकारी
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