धनबाद: मेरी न्यायिक यात्र धनबाद से शुरू हुई थी. हर रिश्ते में सत्य के साथ न्याय होना चाहिए. यह बातें धनबाद के नये प्रधान जिला व सत्र न्यायाधीश गौतम कुमार चौधरी ने शुक्रवार को बार परिसर के एससी बनर्जी हॉल में आयोजित अपने अभिनंदन समारोह में कही. उन्होंने कहा कि न्यायपालिका में बार का अहम स्थान है. किसी संस्था की पहचान उसकी बिल्डिंग से नहीं, बुनियाद से होती है.
धनबाद में लंबित वादों की संख्या अधिक है. हर केस के पीछे काउंटर केस नहीं हो. क्वालिटी जस्टिस होना चाहिए. अधिवक्ता भी अपने दायित्व का ईमानदारी से पालन करें. इस दौरान बार अध्यक्ष कंसारी मंडल ने बुके देकर श्री चौधरी का स्वागत किया. श्री मंडल ने कहा कि धनबाद का इतिहास रहा है कि जो भी यहां प्रधान जिला व सत्र न्यायाधीश बन कर आते हैं, वह प्रोन्नति पाकर उच्च न्यायालय तक पहुंचते हैं. उन्होंने बार व बेंच के बीच समन्वय स्थापित करने की अपील की. संचालन महासचिव देवीशरण सिन्हा ने किया.
मौके पर ब्रजेंद्र प्रसाद सिंह, अरुण सिंह, अमित कुमार सिंह, एमके राकेश, भागीरथ राय, राजदेव यादव, संजीव सोमानी, प्रयाग महतो, मेघनाथ रवानी, पीयूष तिवारी, साधुशरण पांडेय, लोपामुद्रा चक्रवर्ती, पिंकी कुमारी, केडी शर्मा, एमएन रवानी, पीके भट्टाचार्य, अश्विनी पांडेय, शमीम अहमद, सोमनाथ चौधरी, राजकिशोर, सत्येंद्र राम, एचएन सिंह, एससी सेठ, दिलीप चक्रवर्ती, अशोक मंडल, तुलसी प्रसाद मंडल आदि थे.
इधर, व्यवहार न्यायालय के कर्मचारी संघ ने पीएसजे के कार्यालय कक्ष में बुके देकर स्वागत किया. मौके पर महानंद प्रसाद, बीएनके सिंह, सतीश कुमार सिंह, रामाशंकर माली, राजीव रंजन व हरेंद्र कुमार आदि थे.