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गौ माता को मिले राष्ट्र माता का सम्मान : गोपाल मणि

धनबाद: गौ पशु नहीं है. गौ माता को राष्ट्र माता का सम्मान मिले. भारतीय संस्कृति से गाय को हटा दिया जाये तो कुछ नहीं बचेगा. हर कर्मकांड में गाय की जरूरत होती है. उनकी पूजा की जाती है. ये बातें गौ कथा वाचक स्वामी गोपाल मणि ने रविवार को भवानकारा गौशाला मटकुरिया में गौ-कथा में […]

धनबाद: गौ पशु नहीं है. गौ माता को राष्ट्र माता का सम्मान मिले. भारतीय संस्कृति से गाय को हटा दिया जाये तो कुछ नहीं बचेगा. हर कर्मकांड में गाय की जरूरत होती है. उनकी पूजा की जाती है. ये बातें गौ कथा वाचक स्वामी गोपाल मणि ने रविवार को भवानकारा गौशाला मटकुरिया में गौ-कथा में कही.
पंचगव्य से होगी पंचतत्व की शुद्धि : स्वामीजी ने कहा कि मानव शरीर पंचतत्व से बना है. पंच तत्व की शुद्धि पंच गव्य (गोबर, गौमूत्र, घी, दही एवं दूध) से होगी. पृथ्वी तत्व (चमड़ी) की शुद्धि गोबर से, जल तत्व (रक्त)की शुद्धि गौ मूत्र से, अग्नि तत्व (जठाराग्नि)की शुद्धि घी से, वायु की शुद्धि दही से और आकाश तत्व (वाणी) की शुद्धि दूध से होती है. गौमूत्र में सर्व औषधि समायी है. भारत में गाय को माता का सम्मान दिया जाता है. मुगल काल में भी गाय को माता का सम्मान दिया जाता था, लेकिन अंगरेजों ने गाय को पशु बना दिया.
अध्यात्म विज्ञान से जोड़ता है : भगवान कृष्ण अपने ललाट पर गोबर का तिलक लगाते हैं. तिलक से सात्विक चक्र बनता है. वही सुदर्शन चक्र है. सात्विक चक्र मस्तिष्क को शांत रखता है. अध्यात्म विज्ञान से जोड़ता है. तुलसी का पत्ता आंत के लिए अमृत है. यूरिया नहीं गोबर का प्रयोग करें. गोबर की बेकदरी अपनों ने की. विदेशों से यूरिया मंगा रहे हैं. यूरिया केमिकल का प्रयोग कर हम बीमार हो गये हैं. गोबर का उपयोग कर हम स्वस्थ होंगे. गोबर से खाद बनता है. गोबर गैस को सीएनजी गैस में बदलने से गाड़ी चलती है. गोबर का प्रयोग करना होगा, तभी समृद्धशाली भारत का उदय होगा आैर अंगरेजों का बनाया इंडिया का विलय होगा.
गोबर पर असर नहीं करता रेडिएशन : स्वामीजी ने कहा : यज्ञ के उपले में एक चम्मच गाय का शुद्ध घी डालने से एक टन ऑक्सीजन बनता है. गोबर पर रेडिएशन का असर नहीं होता. इंद्र ने जब वज्र चलाया था तो भगवान कृष्ण ने गोबर की छत खड़े कर दिये थे, जिससे वज्र का कोई असर नहीं हुआ था.

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