मगर मनोज लगातार टाल-मटोल कर रहा था. आज उन्हें सूचना मिली कि मनोज अपनी बाकी जमीन का निबंधन दूसरे लोगों को करवाने के लिए धनबाद निबंधन ऑफिस आया हुआ है. इसलिए उसे ऑफिस में पकड़ कर थाना लाया गया. जबकि हजारीबाग (मेरू कैंप) निवासी मनोज पांडे ने बताया कि उन्होंने कुछ और लोगों को भी जमीन बेची थी. वे लोग अपना घर बना रहे है.
जगदीश साहु के परिवार वालों का कहना है कि उनकी जमीन पर दूसरे लोग घर बना रहे हैं, इसलिए उन्हें जमीन पर कब्जा दिलवाना होगा. मनोज के अनुसार जब वह जमीन बेच चुका है तो वह जमीन का हिसाब करवाने क्यों जाएगा. वहीं जगदीश के परिवार वालों को कहना है कि जमीन मनोज ने बेची है इसलिए कब्जा उसे ही दिलवाना होगा. मनोज के पिता कामेश्वर पांडेय जीएनएम स्कूल कतरास में शिक्षक थे. जब वह कतरास में रहते थे तो जगदीश साहु के यहां किरायेदार थे.