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नहीं दूर हुई कमी, 100 सीट के लायक नहीं पीएमसीएच

धनबाद : पीएमसीएच में सौ सीटों के लायक शिक्षकों (डॉक्टरों) की संख्या व संसाधन उपलब्ध नहीं होने के कारण मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआइ) ने सीटों को घटाकर 50 करने को कहा है. इस बाबत एमसीआइ ने पीएमसीएच प्रबंधन को पत्र भेजा है. पत्र से कॉलेज प्रबंधन में हड़कंप है. इसकी सूचना मुख्यालय को दी […]

धनबाद : पीएमसीएच में सौ सीटों के लायक शिक्षकों (डॉक्टरों) की संख्या व संसाधन उपलब्ध नहीं होने के कारण मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआइ) ने सीटों को घटाकर 50 करने को कहा है. इस बाबत एमसीआइ ने पीएमसीएच प्रबंधन को पत्र भेजा है. पत्र से कॉलेज प्रबंधन में हड़कंप है. इसकी सूचना मुख्यालय को दी गयी है. एमसीआइ ने कहा है कि पीएमसीएच में शिक्षकों की कमी निर्देश के बावजूद पूरी नहीं की गयी. संसाधन भी डेवलप नहीं किये जा सके हैं. इस कारण नये सत्र से सीटों को घटाना होगा. पीएमसीएच में मौजूदा सत्र में 100 सीटों पर नामांकन लिया गया है.
21 विभागों में से नौ विभागों में प्रोफेसर नहीं : पीएमसीएच में कुल मिलाकर 21 विभाग चलते हैं, लेकिन नौ विभाग बिना प्रोफेसर के हैं. वहीं कई विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर, असिस्टेंट प्रोफेसर, सीनियर रेजिडेंट, जूनियर रेडिडेंट की भारी कमी है. पीएमसीएच में एनॉटॉमी, फिजियोलॉजी, बायोकेमिस्ट्री, फार्माक्लॉजी, पैथोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी, फारेंसिक मेडिसिन, कम्युनिटी मेडिसिन, जेनेरल मेडिसिन, पीडियाट्रिक, टीबी एंड चेस्ट, डरमाटोलॉजी, मनोचिकित्सा, जेनरल सर्जरी, ऑर्थो, इएनटी, नेत्र रोग, स्त्री व प्रसूति रोग, निश्चेतना, रेडियोलॉजी, दंत रोग विभाग हैं.
दो वर्ष में छह बार आ चुकी है एमसीआइ : पीएमसीएच में सीटों को लेकर एमसीआइ की टीम दो वर्षों में छह बार आ चुकी है. हर बार शिक्षकों की कमी को लेकर एमसीआइ ने नाराजगी जतायी. सरकार ने इसे पूरी कर लेने के लिए समय भी मांगे, लेकिन लाख प्रयास के बावजूद सरकार शिक्षकों की नयी बहाली नहीं कर पायी. जबकि आधा दर्जन शिक्षक रिटायर भी हो गये हैं. वर्ष 2015 में पांच मई, एक जुलाई, 12 सितंबर, 29 अक्तूबर को टीम यहां आयी. वहीं वर्ष 2016 में 11 मार्च व छह मई को टीम यहां आयी थी.
…तो पीजी की बात ही बेकार
पीएमसीएच में बार-बार एमसीआइ की नाराजगी के बावजूद शिक्षकों की कमी दूर नहीं हो रही है. मौजूदा एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए शिक्षकों की कमी को देखते हुए पीजी की पढ़ाई की बात करनी बेइमानी है. हालांकि इस बार सरकार ने अनुबंध के आधार पर रिटायर प्रोफेसर, एसोसिएट व असिस्टेंट के लिए बहाली निकाली है.
एमसीआइ ने पत्र भेजकर कमियां बतायी है. हालांकि शिक्षकों की कमी को पूरा करने में सरकार लगी है. समस्याओं को जल्द दूर करने की कोशिश हो रही है.
डॉ अरुण कुमार, प्राचार्य, पीएमसीएच.

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