माइनिंग सुपरवाइजरी स्टाफ के मुद्दे पर इनमोसा के साथ बैठक करने में टालमटोल कर रही है, जिसके कारण इनमोसा के सदस्यों में आक्रोश बढ़ रहा है.
उन्होंने कहा कि अगर जल्द ही बस्ताकोला प्रबंधन ने इनमोसा के साथ बैठक नहीं करता है तो 23 जनवरी के बाद कभी भी माइनिंग स्टाफ हड़ताल पर जा पूरे बस्ताकोला क्षेत्र का चक्का जाम कर सकते हैं, जिसकी पूरी जवाबदेही बस्ताकोला प्रबंधन की होगी. बैठक में अजीत सिंह, केके नोनिया, नीतीश कुमार, मनीष शर्मा, शिशिर महतो, ओपी सिंह, सुरेश चौहान, वाइके सिंह, मनोज पांडेय, शिवशंकर महतो आदि शामिल थे.