Advertisement
शहर में बिजली-पानी के लिए हाहाकार
धनबाद : शहर की तीन लाख की आबादी बिजली-पानी के लिए तड़प रही है. डीवीसी एक जनवरी से रोज चार घंटे की कटौती कर रहा है. ऊर्जा निगम विभिन्न कारणों से शट डाउन ले रहा है. मंगलवार को जलापूर्ति भी नहीं हुई. बुधवार को भी जलापूर्ति की संभावना क्षीण है. सरकार और प्रशासन पूरे मामले […]
धनबाद : शहर की तीन लाख की आबादी बिजली-पानी के लिए तड़प रही है. डीवीसी एक जनवरी से रोज चार घंटे की कटौती कर रहा है. ऊर्जा निगम विभिन्न कारणों से शट डाउन ले रहा है. मंगलवार को जलापूर्ति भी नहीं हुई. बुधवार को भी जलापूर्ति की संभावना क्षीण है. सरकार और प्रशासन पूरे मामले में उदासीन बना हुआ है. अच्छे दिन के वादे के उलट इतने बुरे दिन से जनता गुस्से में है.
आज भी जलाापूर्ति की संभावना क्षीण: निरसा के निकट शासनबड़िया में पाइपलाइन क्षतिग्रस्त होने के बाद मंगलवार को मरम्मत का काम शुरू हुआ. पेयजल एवं स्वच्छता विभाग का दावा है कि बुधवार की सुबह तक मरम्मत का काम पूरा हो जायेगा. मैथन के सहायक अभियंता अनूप कुमार महतो ने बताया कि रात भर काम चलेगा. सुबह तक बन जाने पर मैथन से पानी छोड़ा जायेगा. बुधवार को देर शाम तक जलापूर्ति हो सकती है. उन्होंने कहा कि शासनबड़िया मोड़ पर एनएच टू के सिक्स लेन निर्माण के लिए मिट्टी काटने के दौरान यह समस्या उत्पन्न हुई है.
वैकल्पिक व्यवस्था करे प्रशासन
पानी की समस्या आये दिन होती रहती है. इसके लिए हमने जिला प्रशासन से कहा है कि झरिया-जामाडोबा से वैकल्पिक व्यवस्था करें. थोड़ा भी पानी सभी लोगों को मिले. पानी-बिजली के बिना किसी का काम नहीं चल सकता, पता नहीं क्यों इसे चालू नहीं किया जा रहा है.
पीएन सिंह, सांसद, धनबाद
चेंबर ने दी आंदोलन की चेतावनी
उपभोक्ता जब बिजली का बिल दे रहे हैं तो ऊर्जा विभाग को डीवीसी के साथ तालमेल करके बिजली आपूर्ति करनी चाहिए. डीवीसी का बकाया दिया गया, इसके बावजूद वह शेडिंग कर रहा है. उसके खिलाफ चेंबर आंदोलन करेगा. ठंड में यह स्थिति है तो गरमी में क्या होगा.
राजेश कुमार गुप्ता, अध्यक्ष, धनबाद जिला चेंबर ऑफ कॉमर्स
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement